Justice Arun Mishra

संवेदनशील जस्टिस अरुण मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के विदाई समारोह का निमंत्रण किया अस्वीकार

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के बार एसोसिएशन ने संवेदनशील जस्टिस अरुण मिश्रा को पत्र भेजकर कहा कि बार एसोसिएशन उनके अवकाश ग्रहण करने से पहले 2 सितंबर को उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित करना चाहता है। उस विदाई समारोह में भाग लेने हेतु श्रीमान द्वारा एसोसिएशन के निमंत्रण को स्वीकार करने की महती कृपा की जाय।

जानिये कि कोरोना के इस कहर काल में कोविड-19 पेनेडेमिक से जहां दुनिया त्राहिमाम कर रही है वहीं सुप्रीम कोर्ट के संवेदनशील जस्टिस श्री मिश्रा ने एसोसिएशन को पत्र के माध्यम से यही कहा कि मेरी अंतरात्मा मुझे किसी भी ऐसे विदाई समारोह में जाने की स्वीकृति नहीं देती।

सर्वाधिक संवेदनशील न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने पत्रोत्तर के माध्यम से एसोसिएशन से बार-बार क्षमा मांगते हुए यही कहा कि जब इस कोरोना के कहर एवं कोहराम से सभी लोग निकल जाएंगे और परिस्थिति नॉर्मल हो जाएगी तब मैं निश्चय ही आपके एसोसिएशन के सदस्यों के बीच आकर गर्मजोशी के साथ आपके आमंत्रण के लिए सम्मान प्रकट कर लूंगा।

चलते-चलते यह भी जानिए कि सुप्रीम कोर्ट के ऐसे अति संवेदनशील जस्टिस अरुण मिश्रा के ऐसे सशक्त प्रेरणादायी विचार देश के समस्त समझ वाले एवं संवेदनशील लोगों का आये दिन मार्गदर्शन करता रहेगा। संवेदनशील न्यायमूर्ति के प्रति गांधीयन मिसाइल मैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के करीबी रहे समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने संपूर्ण संवेदना के साथ कृतज्ञता ज्ञापित की है।

 

सम्बंधित खबरें