दुनिया की आबादी पर नियंत्रण करने का सबसे बड़ा उपाय है लड़कियों को शिक्षित करना। दुनिया में जहां लड़कियां शिक्षित हैं वहां की आबादी बढ़ने पर स्वतः अंकुश लग जाता है। भारत में जो-जो राज्य महिला शिक्षा में अच्छा कर रहा है वहां बच्चों का जन्म दर कम है।
बता दें कि यदि प्रत्येक बच्ची दसवीं कक्षा तक भी पढ़ ले तो आगामी 2050 ईस्वी तक में दुनिया की आबादी 150 करोड़ तक कम हो जाएगी। विभिन्न इंस्टिट्यूशनों की रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों की शिक्षा और पैदा किए जाने वाले बच्चों के जन्म दर के बीच गहरा संबंध है क्योंकि शिक्षा ही लड़कियों को परिवार नियोजन की समझ देती है। शिक्षा ही उन्हें बाल-विवाह एवं कच्ची उम्र में मां बनने से बचाती है।
यह भी जानिए कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वर्ल्ड पापुलेशन एंड ह्यूमन कैपिटल स्टडी के अनुसार यदि संसार की हर लड़की और प्रत्येक लड़के को दसवीं तक की नियमित शिक्षा मिले तो 2050 में दुनिया की आबादी 150 करोड़ तक कम हो सकती है।
चलते-चलते यह भी कि अफ्रीका में जहां महिला शिक्षा की सुविधाएं न्यूनतम है वहां की हर महिला औसतन 5.4 बच्चों को जन्म दे रही है वहीं जिन देशों में लड़कियों को दसवीं तक की शिक्षा मिल रही है वहां की हर महिला 2.7 बच्चों को जन्म दे रही है और कॉलेज तक की शिक्षा सुविधा युक्त प्रत्येक महिला औसतन 2.2 बच्चों को जन्म दे रही है। यही ट्रेंड भारत में भी है। केरल में प्रति हजार जन्म दर 13.9 है और तमिलनाडु में जन्म दर 14.7 है जो दोनों राज्य बच्चियों की पढ़ाई में आगे है।