प्रधानमंत्री ने की पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। देश के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज रात 12 बजे से पूरे देश में, ध्यान से सुनिएगा, पूरे देश में, आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दौरान सिर्फ और सिर्फ एक काम करें कि बस अपने घर में रहें। किसी सूरत में बाहर न निकलें। देश के हर राज्य को, हर केन्द्रशासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है। हिन्दुस्तान को बचाने के लिए, हिन्दुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों, पिछले दो दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकारों के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता-पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्‍टेंसिंग केवल बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। ये सोचना सही नहीं। सोशल डिस्‍टेंसिंग हर नागरिक के लिए है, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण की सायकिल को तोड़ना ही होगा।
कोरोना से प्रभावित रहे चीन, अमेरिका, इटली, ईरान आदि देशों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सभी देशों के दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है, और एक्सपर्ट्स भी यही कह रहे हैं कि कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है सामजिक दूरी। समाज के लोग एक-दूसरे से अलग-थलग रहेंगे तो यह बीमारी भी उनसे दूर रहेगी। प्रधानमंत्री की गौर करने वाली एक बात यह भी थी कि उन्होंने कहा, यह लॉकडाउन कर्फ्यू नहीं है लेकिन इसे कर्फ्यू की तरह ही लें। जरूरत पड़ी तो सख्ती भी बरती जाएगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि साथियो, आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन भी रहे हैं और देख भी रहे हैं। आप ये भी देख रहे हैं कि दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है। एक दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर, एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं। बच्चे-बुजुर्ग, छोटे-बड़े, गरीब, मध्यम वर्ग, उच्च वर्ग – हर कोई परीक्षा की इस घड़ी में साथ आया। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया। अब आगे भी पूरे देश में लागू किए जा रहे लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करें। हम जल्‍द ही कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से निपटने में सफल होंगे।

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