दानी दुखनी स्मारक उच्च माध्यमिक विद्यालय तुरकाही के निर्माता एवं ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले शिक्षक थे विष्णुदेव प्रसाद यादव। वे सच्चे शिक्षक थे और सच्चा शिक्षक ही समाज को सही रास्ता दिखाता है। जो समाज के लिए जीता है वह सदा जीवित रहता है…. ये बातें शिक्षा के प्रति समर्पित शिक्षक विष्णुदेव की 75वीं जयंती समारोह के उद्घाटन के बाद शिक्षाविद् एवं समाजसेवी प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने अपने संबोधन में कही। डॉ.मधेपुरी ने कहा कि शिक्षा का दीप हर घर में जले… जलता रहे… चाहे उसे जलाने वाला किसी धर्म-संप्रदाय का व्यक्ति क्यों ना हो !
इस अवसर पर संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ.अरुण कुमार यादव, समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, प्रमंडलीय शिक्षा सचिव परमेश्वरी यादव, जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार, सुकवि सियाराम मयंक, अध्यक्ष आशा देवी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अतिथियों के सम्मान के बाद शिक्षक और शिक्षा की गरिमा पर सभी अतिथियों ने प्रकाश डालते हुए यही कहा कि विष्णुदेव प्रसाद सरीखे शिक्षक हमेशा समाज का मार्गदर्शन करता है….. वह राष्ट्र का निर्माता होता है।
कार्यक्रम के संयोजक अजय कुमार ने कहा कि पिताश्री की सोच के अनुरूप इस ग्रामीण क्षेत्र को शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से विकसित करने का प्रयास अंतिम सांस तक करता रहूंगा तथा स्मारिका के माध्यम से उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाता रहूंगा। मौके पर प्रमंडलीय उपाध्यक्ष प्रभात रंजन, माकपा नेता गणेश मानव, एचएम शैलेंद्र प्रसाद, सेवानिवृत्त शिक्षक कपिलदेव यादव, रामचंद्र यादव, रमेश साह, बीएन पोद्दार, पंकज यादव आदि ने भी समारोह को संबोधित किया। नंदकुमार मुखिया ने मंच संचालन किया। डॉ.मधेपुरी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर उत्साहित किया और सम्मानित भी किया।