Nitish Kumar Government suspended 20 officers regarding flood in Patna.

नीतीश सरकार की कड़ी कार्रवाई, पटना को डूबाने वाले 20 अधिकारियों पर गिरी गाज

चंद महीने पुर्व पटना वासियों को डुबाने के लिए दोषी पाए गए उन 20 अधिकारियों जिन पर कानून के राज में जांचोपरांत शिकंजे कसे गए… वे कौन-कौन हैं ? एक आईएएस ऑफिसर, एक आईआरएस, 3 डिप्टी कलेक्टर के साथ-साथ नगर सेवा के एक अधिकारी एवं 14 इंजीनियरों समेत कुल 20 अधिकारियों को सस्पेंड करके विभागीय कार्रवाई करने हेतु नीतीश सरकार ने निर्देश जारी किया है।

बता दें कि सरकार के निर्देश पर जहां नगर विकास एवं आवास विभाग ने उन दोषी पदाधिकारियों के संबंधित विभागों से इन सभी दोषी पदाधिकारियों को सस्पेंड करके विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा की है… वहीं संविदा पर बहाल 7 इंजीनियरों की सेवा समाप्त करने का निर्णय भी लिया गया है।

बकौल नगर विकास सचिव आनंद किशोर एक आईआरएस एवं पटना नगर निगम के पूर्व आयुक्त अनुपम कुमार सुमन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और फिलहाल उनके  वीआरएस का मामला भी विचाराधीन है। इस स्थिति में प्रदेश का सामान्य प्रशासन विभाग केंद्र सरकार से उन दोनों पर अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा पत्र प्रेषित करने जा रहा है।

जहां बुडको के पूर्व एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह (IAS) को सस्पेंड करने के बाद विभागीय कार्रवाई के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से अनुशंसा भी की गई है, वहीं बिहार प्रशासनिक सेवा के 3 डिप्टी कलेक्टर पूनम कुमारी (कंकड़बाग के पूर्व कार्यपालक अधिकारी), वीरेंद्र कुमार तरुण (बांकीपुर के कार्यपालक अधिकारी) एवं नूतन राजधानी अंचल के शैलेश कुमार को सस्पेंड और विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा सामान्य प्रशासन विभाग से की जा रही है।

चलते-चलते यह भी बता दें कि नगर विकास के सचिव आनंद किशोर के अनुसार बुडको के तत्कालीन चीफ इंजीनियर भवानी नंदन (वर्तमान में पथ निर्माण विभाग में तैनात), अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश सिंह और सूर्यकांत, कार्यपालक अभियंता संजीव चौधरी एवं योगेंद्र कुमार को सस्पेंड करने की अनुशंसा पथ निर्माण विभाग को कर दी गई है।

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