फिनलैंड की….. और दुनिया की भी सबसे युवा प्रधानमंत्री मात्र एक महीने के आसपास बनी सना मारिन। पीएम का शपथ लेते ही फिनलैंड में बदलाव की बयार बहने लगी। फिनलैंड की पीएम ने हफ्ते में 4 दिन काम का प्रस्ताव रखा। तुर्रा तो यह है कि प्रतिदिन की कार्यावधि को पीएम ने रोज 8 घंटे की जगह 6 घंटे करके क्रांतिकारी बदलाव लाया है। फिनलैंड के लोगों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।
बता दें कि फिनलैंड की प्रधानमंत्री मारिन का मानना है कि किसी भी इंसान को 1 हफ्ते में सिर्फ 24 घंटे काम करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा समय परिवार को देना चाहिए। ऐसा करने से परिवार मजबूत होगा और उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी। स्वीडन का उदाहरण देते हुए पीएम मारिन ने कहा कि-
स्वीडन में 2015 में हफ्ते में 6 घंटे काम करने के फैसले से ऐसी क्रांतिकारी बदलाव आई कि वहां न केवल उत्पादकता बढ़ी बल्कि अमीरी और खुशहाली के पैमाने में भी उछाल आई।
चलते-चलते यह भी बता दें कि फिनलैंड की पिछली सरकार में सना मारिन परिवहन मंत्री थी। उन दिनों भी 2019 में मारिन ने सरकार के समक्ष हफ्ते में चार दिन और प्रतिदिन 6 घंटे काम का प्रस्ताव रखा था… जिसे प्रधानमंत्री बनने के बाद सना मारिन मंत्रिमंडल द्वारा ही लागू किया गया।