मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.)अवध किशोर राय की अध्यक्षता में आलाधिकारियों की एक बैठक हुई। बैठक में कुलपति डॉ.राय ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना समाजवादी चिंतक भूपेन्द्र नारायण मंडल के नाम पर हुई थी। कोसी व सीमांचल के पिछड़े इलाके में शिक्षा की रौशनी फैलाने में इसने अहम भूमिका निभाई है।
बता दें कि मंडल विश्वविद्यालय के 27 वर्ष हो गए हैं। गत वर्ष रजत जयंती समारोह आयोजित किया गया जिसका समापन आगामी एक फरवरी को ही होगा। कुल मिलाकर तीन आयोजनों का संगम होगा एक फरवरी को- पहला मनीषी भूपेन्द्र की 117वीं जयंती, दूसरा बीएनएमयू का 28वाँ स्थापना महोत्सव एवं तीसरा बीएनएमयू के रजत जयंती समारोह का समापन भी।
चौथा यह भी कि एक फरवरी को “मंडल विश्वविद्यालय : कल, आज और कल” पुस्तक प्रकाशित करने की योजना कमेटी ने बनाई है जिसमें विश्वविद्यालय के इतिहास, उसकी उपलब्धियाँ एवं कार्य योजनाओं से संबंधित सामग्री सहित आलेखों व चित्रों को स्थान दिया जाएगा। बीएनएमयू से जुड़े संस्मरण आदि भी प्रकाशित किए जाएंगे। इसके लिए 25 जनवरी तक सामग्रियां आमंत्रित की गई हैं। 1 फरवरी को पुस्तक का विमोचन होगा।
इन चारों आयोजनों के लिए चार कमेटियों का गठन किया गया है। संचालन समिति में होंगे- प्रतिकुलपति, कुलानुशासन, कुलसचिव, एफओ, विकास पदाधिकारी एवं स्टेट ऑफिसर। इवेंट मैनेजमेंट कमिटी में होंगे- डॉ.एमआई रहमान, डॉ.अबुल फजल एवं डॉ.नरेंद्र श्रीवास्तव। सांस्कृतिक कमेटी में होंगे- डॉ.बीएन विवेका, डॉ.रीता सिंह डाॅ.शंकर कुमार मिश्र एवं पृथ्वीराज यदुवंशी। भोजन समिति में होंगे- पीए टू कुलपति शंभू नारायण यादव, पीए टू कुलसचिव राजीव कुमार, राजेश कुमार, बबलू ठाकुर एवं विवेकानंद।
चलते-चलते यह भी कि बैठक में वित्तीय परामर्शी सुरेश चंद्र दास, परीक्षा नियंत्रक डॉ.नवीन कुमार, बीओ डॉ.एमएस पाठक एवं पीआरओ डॉ.सुधांशु शेखर आदि भी उपस्थित थे।