नागरिकता कानून के खिलाफ बिहार बंद, नागरिक ही रहे परेशान

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुरुवार को बिहार सहित देश भर में प्रदर्शन हुए। वामदलों ने इस दिन बिहार बंद का आह्वान किया था जिसका कांग्रेस, रालोसपा, हम, जाप और वीआईपी ने भी समर्थन किया। इन दलों के कार्यकर्ताओं ने बंद के दौरान बिहार के कई जिलों में हंगामा और प्रदर्शन किया। कई जगह ट्रेनें रोकी गईं। बसें नहीं चलीं। सड़कें भी जाम रहीं। इससे आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कुछ जगहों पर मारपीट, तोड़फोड़, पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं भी देखने को मिलीं।
पटना, आरा, बक्सर, जहानाबाद, वैशाली, मुजफ्फरपुर, गया, कैमूर, सीतामढ़ी आदि जिले बंद से विशेष रूप से प्रभावित रहे। भागलपुर के नाथनगर में हिंसक झड़प हुई। सहरसा, मधेपुरा और सीमांचल में भी बंद का असर देखने को मिला। पुलिस मुख्यालय के अनुसार राज्य भर में देर शाम तक बंद के दौरान 250 लोगों को पकड़ा गया था। बता दें कि इस बंद से राजद ने खुद को अलग रखा था। राजद का बिहार बंद 21 दिसंबर को है।
बहरहाल, बिहार बंद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले – कौन किसको भड़काता है, इस पर हम ध्यान नहीं देते। हमारे रहते अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी। वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस बंद को फ्लॉप बताया।

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