मधेपुरा-मुरहो स्टेट के जमींदार प्रखर स्वतंत्रता सेनानी व समाज सुधारक एवं पराधीन भारत में स्वाधीन सोच वाले बाबू रासबिहारी लाल मंडल के प्रपौत्र, बिहार-उड़ीसा विधान परिषद सदस्य व 15 वर्षों तक भागलपुर जिला परिषद के अध्यक्ष रहे भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल के पौत्र एवं पटना हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस न्यायमूर्ति राजेश्वर प्रसाद मंडल के कनिष्ठ पुत्र तथा मधेपुरा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.अरुण कुमार मंडल, अमेरिका निवासी इंजीनियर सुधीर मंडल व शेखर मंडल के छोटे भाई, जो पटना उच्च न्यायालय से 2018 में सेवानिवृत्त हुए, न्यायमूर्ति जस्टिस किशोर कुमार मंडल ने 67 वर्ष की उम्र में नई दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल में शुक्रवार को सवेरे 7:40 पर अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया।
जस्टिस मंडल के निधन का समाचार सुनते ही मुरहो-मधेपुरा से लेकर राजधानी पटना के लोगों में, विशेष रूप से न्यायिक महकमों में, शोक की लहर दौड़ गई। जस्टिस मंडल के पार्थिव शरीर को एयर एंबुलेंस से 8 जुलाई को 12:00 बजे दोपहर बाद पटना लाया गया तथा पटना के राजबंशी नगर स्थित ‘मणिराज’ नामक निजी आवास पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। 9 जुलाई को (रविवार दोपहर बाद) पटना के बांस घाट पर उनके एकमात्र पुत्र हर्ष कुमार द्वारा उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी जस्टिस केके मंडल से वर्षों पूर्व से जुड़े रहे। विशेष रूप से तब से जब से डॉ.मधेपुरी ने जस्टिस केके मंडल के परदादे बाबू रासबिहारी लाल मंडल सरीखे प्रखर स्वतंत्रता सेनानी व समाज सुधारक पर लिखी अपनी पुस्तक उन्हें हस्तगत कराने पटना स्थित उनके निवास पर गए थे। मधेपुरा के ही जस्टिस सुरेश चंद्र मुखर्जी एवं अन्य प्रमुख लोगों के बारे में उन्होंने देर तक डॉ.मधेपुरी से चर्चाएं की थी।
शोक प्रकट करते हुए तिलकामांझी विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.कौशल किशोर मंडल ने कहा कि वर्ष 1996 में उन्हें केंद्र सरकार द्वारा भारत संघ की रक्षा के लिए स्थाई वकील नियुक्त किया गया था। वे मधेपुरा बीएन मंडल विश्वविद्यालय एवं बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के कानूनी सलाहकार के पैनल में भी थे। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो.सूरज मंडल ने कहा कि 2018 में न्यायमूर्ति से सेवा निवृत्ति के बाद नीतीश सरकार ने उन्हें राज्य अपीलीय प्राधिकरण पटना के न्यायिक अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था।
आईजीआईएमएस के सुपरिटेंडेंट, डॉक्टर्स प्राइड अवार्ड विजेता एवं मधेपुरा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.अरुण कुमार मंडल के सुपुत्र डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान चाचा श्री न्यायमूर्ति जस्टिस केके मंडल कई प्रशासनिक समितियों से जुड़े रहे और वे बिहार न्यायिक अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे थे । न्यायमूर्ति मंडल के निधन पर शोक प्रकट करने वालों में बीएन मंडल विश्वविद्यालय के मानविकी के डीन प्रो.(डॉ.)विनय कुमार चौधरी, कुलानुशासक डॉ.विश्वनाथ विवेका, भौतिकी स्नातकोत्तर सह विभागाध्यक्ष विज्ञान के डीन प्रो.नवीन कुमार, प्रो.रीता कुमारी, प्रो.चंद्रशेखर, जंतु विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार, रेड क्रॉस की अध्यक्षा डॉ.शांति यादव, टेंगराहा देवेंद्र धाम के निर्माता दिगंबर प्रसाद यादव, समाज सेविका व अध्यक्ष प्रीति गोपाल यादव, प्रो.मणिभूषण वर्मा, साहित्यकार सियाराम यादव मयंक, डॉ.आलोक कुमार, पूर्व कुलसचिव प्रो.सचिंद्र, सीए मनीष सर्राफ, दिनेश सर्राफ, स्काउट एंड गाइड के आयुक्त जयकृष्ण यादव, अंतरराष्ट्रीय उद्घोषक डॉ.पृथ्वीराज यदुवंशी आदि हैं।
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