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खंड-काव्य ‘वैदेही का अंतर्द्वन्द्व’ की समीक्षा 17 को होगी कौशिकी में

विदुषी डॉ.शांति यादव के खंड-काव्य ‘वैदेही का अंतर्द्वन्द्व’ की समीक्षा कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन संस्थान के अंबिका सभागार में 17 जुलाई को होगी। समीक्षात्मक समारोह में जन लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.महेंद्र नारायण पंकज, विभिन्न महाविद्यालयों में प्राचार्य एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर में प्रति कुलपति रहे शिक्षाविद् प्रो.(डॉ.)के.के. मंडल, प्रख्यात साहित्यकार प्रो.मणिभूषण वर्मा एवं बीएनएमयू में हिन्दी पीजी के एचओडी रह चुके एकमात्र डी.लिट. डॉ.विनय कुमार चौधरी व अन्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हिन्दी प्रहरी मौजूद रहेंगे।

इन बातों की जानकारी सम्मेलन के सचिव व शिक्षाविद् प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने दी है। डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि इस पुस्तक में देश की हर बेटी को वैदेही की भांति ‘बिरोग’ में जीने के बजाय स्वाभिमान के साथ सघर्ष करने की सीख दी गई है। कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे कौशिकी के स्थायी अध्यक्ष डॉ.के.के. मंडल।

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बोले सीएम नीतीश देश का पहला राज्य बिहार बनेगा जहां हर प्रखंड में “एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस” रहेगी मौजूद

सूबे बिहार में 102 डायल करने पर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होती है। नीतीश सरकार ने इसी 102 सेवा के तहत 501 एडवांस व बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर जनता को सौंपी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जिसने प्रत्येक प्रखंड में एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। सूबे बिहार में 534 प्रखंड हैं। शेष 33 प्रखंडों में भी उक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस शीध्र ही  उपलब्ध करा दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री की सोच है कि ऐसा करने से मरीजों को कम समय में उच्चतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में सुधार होगा और राज्य की जनता को भी लाभ होगा। नई एंबुलेंस शामिल करने का निर्णय कर बिहार ने देश में नया कीर्तिमान बनाया है।

समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने सूबे बिहार के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री सहित देश के प्रधानमंत्री को भी इस कृत्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बिहार और देश की जनता को एंबुलेंस का फुल फॉर्म बताया है- Australia Medical Bureau Under Law And National  Corresponding Emergencies. इसे हिन्दी में चिकित्सीय वमवाहिनी, मैदानी अस्पताल या रोगी वाहन आदि नामों से भी जाना जाता है। डॉ.मधेपुरी ने  यह भी कहा- काश भारत भी उन देशों की सूची में होता जहां से सेवन लेन की सड़कें होती हैं जिसमें एक लेन केवल एंबुलेंस के लिए रहता है।

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603 करोड़ 68 लाख रुपए से बनेगा सुपौल में लोहिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सुपौल जिले में विश्व के महान समाजवादी चिंतक डॉ.लोहिया के नाम डॉ.राम मनोहर लोहिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के निर्माण हेतु 603 करोड़ 68 लाख की स्वीकृति दी गई। विगत मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला लिया गया।

बता दें कि लोहिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के निर्माण के लिए बिहार चिकित्सीय सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना से तकनीकी अनुमोदन प्राप्त मॉडल स्टीमेट के आधार पर ही उक्त राशि की स्वीकृति दी गई है।

 

जानिए कि आजादी से पूर्व 1870 ईस्वी में ही अंग्रेजों ने सुपौल को अनुमंडल का दर्जा दिया था। 1991 में जिला बनने के बाद से सुपौल को सजाने-संवारने में लगे रहे नीतीश सरकार के वरिष्ठतम ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव। श्री यादव के वित्त मंत्रीत्व काल में ही मधेपुरा में जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बना था। पिछड़े हुए चिकित्सा क्षेत्र में विकास के साथ-साथ सूबे की जनता को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सुविधाएं प्राप्त होती रहे के संदर्भ में पूछे जाने पर समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री, स्थानीय सांसद एवं पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए मांग की कि कोसी प्रमंडलीय मुख्यालय सहरसा में दिल्ली-पटना की तरह एक नए एम्स का जनहित में शीघ्र ही निर्माण हो जो स्वास्थ्य सेवा को सर्वाधिक बेहतर बनाएगा।

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बोले सीएम नीतीश कि एनडीए की राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू जीतेंगी भारी बहुमत से

मंगलवार 5 जुलाई को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए के राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू का पटना के होटल मौर्या में शानदार स्वागत के साथ-साथ भरोसा देते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू भारी बहुमत से जीतेंगी।

सूबे के शानदार सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि हम लोगों को पूर्ण विश्वास है कि आपको अन्य लोगों का भी वोट अवश्य मिलेगा। साथ ही सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को विशेष धन्यवाद कि अनुसूचित जाति के बाद इस बार अनुसूचित जनजाति को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। खुशी जाहिर करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू विधायक, मंत्री एवं राज्यपाल रही हैं। वे अपने अनुभवों से देशवासियों को सदा संतुष्ट करती रहेंगी। पहले बिहार, ओडिशा और झारखंड सब एक ही था। इन तीनों राज्य वासियों को इनकी जीत से विशेष खुशी होगी।

 

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आज पटना पहुंची है राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू एक विशेष विमान से प्रातः 10:00 बजे पटना पहुंच गई है। पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत एनडीए के घटक दलों भाजपा, जदयू व हम के नेताओं ने की। 4 घंटे तक वहीं पर सभी घटक दलों के नेताओं से मुलाकातें एवं बातें की।

बता दें कि 2:00 बजे पटना एयरपोर्ट से द्रोपदी मुर्मू ने पुराना सचिवालय स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण की तथा बिहार में राष्ट्रपति चुनावी अभियान का श्रीगणेश किया। उसके बाद मौर्या होटल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर एनडीए के घटक दलों से राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन की अपील की।

बता दें कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का भव्य स्वागत भाजपा प्रदेश कार्यालय के समक्ष भाजपा की महिला मोर्चा की नेत्रियों एवं फ्रेजर रोड, बाटा मोड़ के समीप भाजपा अनुसूचित जाति व जनजाति मोर्चा तथा किसान मोर्चा के नेता कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया।

बिहार में राष्ट्रपति चुनाव प्रभारी सह श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा ने भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कार्यक्रम में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव एवं वामपंथी दलों के नेताओं से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट करने की अपील की। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, सिद्धार्थ शंभू, मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट, राकेश सिंह आदि मौजूद देखे गए।

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डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क में जल्द ही वन विभाग द्वारा उनकी जन्मतिथि व पुण्यतिथि पर नि:शुल्क एंट्री की जाएगी शुरू- डॉ.मधेपुरी

वर्ष 2018 से पहले यह पार्क के का अनाम पार्क था। अनाम होने के कारण समाजसेवी-साहित्यिकार डॉ.भूपेन्द्रनारायण यादव मधेपुरी ने इसकी चर्चा तत्कालीन डायनेमिक डीएम  मो.सोहैल से की। एक आवेदन जिसे बुद्धिजीवियों, अधिवक्ताओं एवं बैंक कर्मियों आदि द्वारा हस्ताक्षरित कराकर डॉ.मधेपुरी अपने साथ ले गए थेे। उस आवेदन में इस अनाम पार्क का नाम भारतरत्न गांधीयन मिसाइल मैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के नाम करने का अनुरोध किया गया था। डीएम मोहम्मद सोहैल ने तक्षण स्वीकृति दे दी और बिहार दिवस के दिन उन्होंने उस पार्क का उद्घाटन भी कर दिया। उस अवसर पर डीडीसी मुकेश कुमार सहित जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती मंजू देवी, समाजसेवी डॉ.मधेपुरी, वार्ड पार्षद ध्यानी यादव, मोहम्मद शौकत अली आदि भी मौजूद थे।

आरंभ में नगर परिषद के द्वारा प्रति व्यक्ति ₹ 5 प्रवेश शुल्क लिया जाता था। डॉ.कलाम की जन्म तिथि एवं पुण्यतिथि के दिन (15 अक्टूबर एवं 27 जुलाई )को प्रवेश शुल्क फ्री कर दिया गया था।

बता दें कि अब डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क वन विभाग के अंदर चला गया है और कुछ सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं। साथ ही प्रति व्यक्ति ₹10 एंट्री फी कर दिया गया है। पार्क के खुले रहने का समय भी बढ़ा दिया गया है। पहले 2 घंटे सवेरे और 2 घंटे शाम में खुलता था और अब वन विभाग द्वारा 6:00 बजे सुबह से 6:00 बजे शाम तक खुला रखा जाता है। फिलहाल श्री सरोज सिंह की देखरेख में पार्क की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है।

डॉ.मधेपुरी ने वन प्रमंडल पदाधिकारी सहरसा को एक आवेदन देकर पुणे पुनः अनुरोध किया है कि उक्त दोनों दिन पार्क  को एंट्री को निशुल्क कर भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम जैसे व्यक्तित्व को सम्मान दिया जाए। डॉ मधेपुरी ने ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल जयप्रकाश नगर, वार्ड नंबर- 6 के बच्चों को जो कलाम पार्क में अपने गुरु नीतीश कुमार के साथ घूमने आए थे उन्हें कलाम साहब के बारे में जानकारियां देते हुए कहा कि आगे 27 जुलाई 2022 को उनकी स्मृति में एक भव्य कार्यक्रम किया जाएगा। सभी बच्चे आएंगे क्योंकि उस दिन डॉ.कलाम की पुण्यतिथि है और उस दिन सबों की निशुल्क एंट्री रहेगी।

 

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सूबे बिहार में नीतीश सरकार द्वारा 10 नए स्टेट हाईवे का होगा निर्माण

सड़क जाम की समस्या से सभी शहर प्रतिदिन जूझ रहे हैं। इस जाम की समस्या से निजात पाने के लिए नीतीश सरकार ने 10 नए स्टेट हाईवे बनाने का संकल्प लिया है। इसे विकास आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित स्क्रीनिंग कमेटी ने मंजूरी भी दे दी है।

बता दें कि इन सभी सड़कों के निर्माण के लिए एशियन विकास बैंक से सहयोग प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन सड़कों के बनने से 13 जिलों के लोगों को सीधा लाभ होगा। ये सभी रोड बिहार राज्य पथ विकास निगम के माध्यम से बनेगा जिसकी कुल लंबाई लगभग 330 किलोमीटर होगी। इन सभी सड़कों को कम से कम 10 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा जिससे शहरों में होने वाले जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

सीधे लाभान्वित होने वाले जिले होंगे- सुपौल, छपरा, सिवान, बक्सर, नवादा, गया, भोजपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, बांका, भागलपुर, दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर।

 

 

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कोशी क्षेत्र कभी किसी से पीछे नहीं रहा

सामाजिक सद्भाव से लेकर राजनीतिक व शैक्षिक जगत में भी कोशी श्रेत्र कभी किसी से पीछे नहीं रहा है। कभी मंडन भारती के शास्त्रार्थ की तूती बोलती थी तो कभी मोहम्मद कुदरतुल्लाह सरीखे एमएलसी बिहार मैथिली साहित्य संघ के उपाध्यक्ष रहते हुए नशा बंदी को लेकर अपने ही पिता के ताड़ गाछ को कटवा दिए थे। कभी पराधीन भारत में स्वाधीन सोच रखने वाले बाबू रास बिहारी लाल मंडल क्रांतिवीर और समाज सुधारक बने रहे तो कभी आधुनिक बिहार के निर्माता की सूची में बिहार के प्रथम विधि मंत्री शिवनंदन प्रसाद मंडल सूचीबद्ध होकर चमकते रहे। कभी समाजवादी चिंतक भूपेन्द्र नारायण मंडल बेकसों के संसार को सजाते रहे तो कभी सामाजिक न्याय के पुरोधा बनकर बीपी मंडल मंडेला और मंडल की जोड़ी बनकर चमकते रहे।

IAS Topper Nithesh Jain with Samajsevi Prof.(Dr.)Bhupendra Narayan Yadav Madhepuri at Jeevan Sadan Madhepura.
IAS Topper Nithesh Jain with Samajsevi Prof.(Dr.)Bhupendra Narayan Yadav Madhepuri at Jeevan Sadan Madhepura.

वर्तमान में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में दूसरा रैंक लाकर मधेपुरा का नाम रोशन किया मनोहर अग्रवाल की पुत्री अंकिता अग्रवाल ने। इससे पहले मधेपुरा के पुरैनी निवासी नितेश जैन द्वारा इसी परीक्षा में 22वाँ रैंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया गया था। इतना ही नहीं कभी दौलत कुमार तो कभी आदित्य कुमार तो कभी वर्चस्व कुमार तो कभी सचिन बादशाह आदि भी यूपीएससी में अच्छे रैंक लाकर जिले को गौरवान्वित करते रहे थे।

जानिए कि जहां सहरसा निवासी डॉ.अजय कुमार दास की पुत्री शैलजा ने यूपीएससी परीक्षा में 83वां रैंक हासिल कर जिले को गौरवान्वित की है वहीं सुपौल के हरदी निवासी शिक्षक पुत्र हरिनंदन यादव के पुत्र विद्यासागर ने 272वीं रैंक लाकर सुपौल जिले का नाम रोशन किया है। यह वही सुपौल है जहां पर बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सूबे को अहर्निश रोशन करने में सफलता पा ली है।

यह भी कि सहरसा जिले के सलखुआ निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रामानुज प्रसाद यादव के पुत्र हेमंत कुमार ने 531वीं रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया है। इस तरह कोशी क्षेत्र कभी किसी से पीछे नहीं रहा है और ना रहेगा।

 

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सिविल सर्जन कार्यालय में पीएनडीटी की बैठक संपन्न हुई

मधेपुरा के सिविल सर्जन कार्यालय में 29 जून 2022 को अपराहन 3:00 बजे असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अमरेंद्र नारायण शाही की अध्यक्षता में पीसी एंड पीएनडीटी के तहत सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें सदस्यों के रूप में- समाजसेवी-साहित्यकार प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता मोहम्मद अबुल कलाम, सदर अस्पताल की महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.रंजना कुमारी एवं कोसी क्षेत्र आईएमए के सचिव डॉ.सच्चिदानंद यादव।

सलाहकार समिति के समक्ष अध्यक्ष डॉ.शाही के मुख्य कार्यालय कर्मी श्री झा द्वारा अल्ट्रासाउंड के निबंधन हेतु 4 संस्थानों के आवेदनों सहित आवश्यक कागजातों को उपस्थापित किया गया जिनके नाम हैं- 1.लाडो अल्ट्रासाउंड सेंटर, उदाकिशुनगंज 2.महावीर अल्ट्रासाउंड सेंटर, जजहट सबैला 3.मौर्या अल्ट्रासाउंड सेंटर, न्यू बस स्टैंड मधेपुरा एवं 4.मयंक अल्ट्रासाउंड सेंटर, शंकरपुर मधेपुरा।

सलाहकार समिति के सदस्यों विशेष रूप से सदस्य अबुल कलाम एडवोकेट के अनुसार दो आवेदनों की जमीन का खाता-खेसरा अंकित नहीं किए जाने के कारण उन्हें रिक्त स्थानों को भरने का निर्देश दिया गया जिसे अगली बैठक में स्वीकृति दे दी जाएगी। जांच समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट पर सलाहकार समिति ने मुहर लगा दी।

 

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किरासन तेल चाहिए अब बिजली गायब होने लगी है

मॉनसून के आते ही कुछ दिनों से शाम ढलते-ढलते बिजली की आंख-मिचौली शुरू हो गई है। इस पर चिंता व्यक्त करते हुए अति संवेदनशील समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि जिला प्रशासन के लिए बाढ़ के साथ-सथ बिजली से उत्पन्न होने वाली छोटी-बड़ी समस्याओं पर भी विचार करना जरूरी है। कुछ दिनों से शाम होते ही बार-बार बिजली गुम होने से बच्चों को पढ़ाई में एवं महिलाओं को रसोई बनाने में कठिनाई उत्पन्न होने लगी है। हर घर में जनरेटर या इनवर्टर तो है नहीं, फिर भी अंधेरे से निजात पाने के लिए रोशनी तो चाहिए ही चाहिए।

डॉ.मधेपुरी ने बाजार से जानकारियां भी लीं, तो पता चला कि जब लोगों ने मोमबत्ती खरीदना ही छोड़ दिया तो दुकानदारों ने भी मंगाना कम कर दिया। कुछ मंगाते भी हैं तो बहुत महंगा दाम चुकाने पर मिलता है।

डॉ.मधेपुरी ने जनहित में प्रशासन से मांग की है कि बाढ़ की समाप्ति तक कम से कम सप्ताह में एक दिन भी किसी सार्वजनिक स्थान यथा- नगर परिषद या जिला परिषद या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर किरासन तेल प्रति परिवार आधा लीटर या एक लीटर जो उपयुक्त लगे उसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। बात तो छोटी है, परंतु है जरूरी। यदि फिर भी बात समझ में ना आए तो इस लोकोक्ति को एक बार नहीं, बार-बार हृदय से स्मरण करना लाजमी है-

जाके पांव न फटी बिवाई,  वो क्या जाने पीर पराई

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