पृष्ठ : मधेपुरा अबतक

मधेपुरा गौशाला के कृष्ण मंदिर परिसर में 09, 10 व 11 नवंबर 2022 को होगा गोपाष्टमी महोत्सव

जिला मुख्यालय स्थित झल्लू बाबू सभागार में डीडीसी नितिन कुमार सिंह की अध्यक्षता में राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के सफल आयोजन हेतु 2:00 अपराह्न में बैठक बुलाई गई। इस बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, डीपीआरओ मनोहर साहू एवं विभिन्न विभाग के पदाधिकारीगण सहित वरीय चिकित्सक डॉ.एके मंडल, साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, गायिका रेखा यादव, समाजसेवी शौकत अली, विदुषी डाॅ.शांति यादव, अंतरराष्ट्रीय उद्घोषक पृथ्वीराज यदुवंशी, नेहरू युवा केंद्र के निदेशक हुस्ने जहां, रोशन कुमार, डॉ.आरके पप्पू, ट्रस्ट मेंबर मनीष सर्राफ, हर्षवर्धन सिंह राठौर, शशी प्रभा जायसवाल आदि मौजूद थे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 से 8 नवंबर तक वृंदावन कृष्ण लीला की प्रस्तुति होगी। आगे 09 से 11 तक तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। सदर एसडीओ नीरज कुमार ने बताया कि स्थानीय एवं ख्याति प्राप्त कलाकारों के चयन के लिए एडीएम रविंद्र नाथ प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति गठित की गई है जिसके सदस्य सचिव होंगे जिला नजारत उप समाहर्ता राजीव रंजन। डीडीसी की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय संचालन व पर्यवेक्षण समिति गठित की गई है जिसके सदस्य सचिव होंगे अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार। अंत में मंच संचालन व उद्घोषक का भार पृथ्वीराज यदुवंशी को और जनसंपर्क पदाधिकारी व युवा सदस्य हर्षवर्धन सिंह राठौर को महोत्सव के प्रचार-प्रसार का भार सौंपा गया, वहीं समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने एवं निखार लाने हेतु 60% भागीदारी पर बल दिया।

 

सम्बंधित खबरें


ब्रिटेन के पीएम बने भारतीय मूल के ऋषि सुनक की कोर टीम में बिहार के प्रज्वल पांडे

भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कोर कमेटी में बिहार के सिवान जिले के जीरादेई प्रखंड के जामापुर के रहने वाले प्रज्वल पांडे भी शामिल किए गए हैं।

बता दें कि प्रज्वल के पिता ब्रिटेन में ही रक्षा सेवा में एवं माता शिक्षण सेवा में कार्यरत हैं। प्रज्वल अपने माता-पिता के साथ करीब एक दशक से ब्रिटेन में रहते हैं तथा उनके परिवार के लोगों का अक्सर गांव जामापुर आना-जाना होता है। क्योंकि प्रज्वल के दादाजी नौकरी की वजह से झारखंड के सिंदरी में ही रहते हैं। जानिए कि 16 वर्षीय प्रज्वल ने 2019 में कंजरवेटिव पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और वर्ष 2019 में ही यूके यूथ पार्लियामेंट के निर्वाचित सदस्य चुने गए। वे युवा संसद सदस्य के रूप में ब्रिटिश संसद में पहली बार प्रभावकारी भाषण भी दिए। वर्ष 2022 में ऋषि सुनक जब पीएम पद के लिए चुनाव में उतरे तो 19 वर्षीय प्रज्वल को मुख्य अभियान टीम में शामिल कर लिया गया।

 

सम्बंधित खबरें


भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है कि ऋषि सुनक बने ब्रिटिश के प्रधानमंत्री

जो ब्रिटेन भारत पर बरसों राज किया था आज उसी ब्रिटिश सरकार का प्रधानमंत्री बना है भारतीय मूल के ऋषि सुनक। यह जानकर प्रत्येक भारतीय गर्व से फूले नहीं समाते, क्योंकि ऋषि सुनक का पूरा परिवार ही भारतीय मूल का है।

बता दें कि सुनक को सीधे ब्रिटिश जनता ने नहीं चुना है, बल्कि उनकी कंजरवेटिव पार्टी ने चुना है। और इसी कारण वे ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बने हैं। सुनक का ब्रिटिश प्रधानमंत्री के तौर पर चुनाव किसी भारतीय का चुनाव नहीं है, बल्कि ब्रिटेन के सर्वाधिक धनी सांसद के तौर पर उनका चुनाव हुआ है। वे ब्रिटिश संसद के धनाढ्य सांसदों में एक हैं। इसके अतिरिक्त सुनक में शिक्षा एवं योग्यता की भी ताकत है।

इस ऋषि सुनक की जड़ें भारत से जुड़ी होने के कारण ही हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है। यह कहना ठीक नहीं बल्कि हास्यास्पद होगा कि यह अल्पसंख्यक की बहुसंख्यक पर जीत है। इससे पूरे भारतीय समुदाय के लिए गर्व की बात कहना बेहतर होगा क्योंकि विगत 210 वर्षों में सबसे युवा अश्वेत हिंदू पीएम के रूप में ऋषि सुनक बने हैं ब्रिटेन के पीएम।

सम्बंधित खबरें


इस बार भारत मना रहा है “विराट दीपावली”

दिवाली से एक दिन पहले मेलबर्न में टी-20 वर्ल्ड कप के रोमांच भरे क्रिकेट के खेल में टीम इंडिया की “विराट-हार्दिक” की जोड़ी ने पाक के जबड़े से जीत छीन ली। विराट कोहली का धमाल एवं उसका आतिशी अर्धशतक रोमांच भरा था। विराट कोहली की कमाल की पारी संपूर्ण भारत के खेल प्रेमियों की जुबान पर गूंज रही है और दिवाली से छठ तक गूंजती रहेगी।

आरंभ से अंत तक खेल का रसास्वादन लेने वाले भारतीय खेल प्रेमी समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने अपने खेल प्रेमी मित्रों से यह कहते नहीं थकते कि इस बार संपूर्ण भारत ‘विराट दीपावली’ मना रहा है। विराट ने 53 गेंदों में 4 छक्के और 6 चौकों की मदद से नाबाद 83 रन की आतिशी पारी खेली।

सोचिए तो सही अंतिम ओवर के 4 गेंदों पर 15 रन बनाना कितना कठिन रहा होगा। दिल की धड़कनें किस कदर दोनों देश के दर्शकों से लेकर खिलाड़ियों की रही होगी। आगे 3 गेंद पर 13 रन चाहिए इंडिया की जीत के लिए और…. 2 गेंद पर 7 रन। इसी बीच वाइड बॉल और हार्दिक का आउट होना। 2 गेंद पर 2 रन…… फिर 1 बॉल पर 2 रन इंडिया की जीत के लिए चाहिए। पुनः वाइड बॉल का मिलना और हिंदुस्तान-पाकिस्तान के वर्ल्ड कप खेल का बराबरी पर 159 रन का होना। जैसे “Do or Die” की स्थिति से दोनों टीमें गुजर रही थी। जीत के लिए अंतिम 1 बॉल पर 1 रन के साथ भारत ने पाक के जबड़े से जीत छीन ली। इस खेल में नाबाद 82 रन बनाने वाले विराट को “मैन ऑफ द मैच” ही नहीं घोषित किया गया, बल्कि संपूर्ण भारत को “विराट दीपावली” मनाने का अवसर प्रदान कर दिया गया। भास्कर अखबार ने तो कह दिया- “भारत ही विराट है……”।

सम्बंधित खबरें


साहित्यकार ‘कुलिश’ का निधन साहित्य की अपूरणीय क्षति- डॉ.केके मंडल

कौशिकी क्षेत्र हिंदी साहित्य सम्मेलन के अंबिका सभागार में साहित्यकार दशरथ प्रसाद सिंह कुलिश के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता पूर्व प्रति कुलपति डॉ.कौशल किशोर मंडल ने की। उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक क्रांतिकारी शिक्षक थे और उनके निधन से हिंदी साहित्य को अपूरणीय क्षति हुई है। शोक व्यक्त करते हुए सम्मेलन के सचिव डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि कुशल व लोकप्रिय शिक्षक सह साहित्यकार दशरथ प्रसाद सिंह कुलिश की जन्मभूमि भले ही सुखासन रही थी, परंतु उनकी कर्मभूमि मधेपुरा रही है। वे मधेपुरा में विभिन्न शिक्षण संस्थानों से जुड़े रहे और एक कुशल शिक्षक के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। आरंभ से अंत तक उनका जीवन संघर्षपूर्ण रहा। सचिव डॉ.मधेपुरी ने यह भी बताया कि दशरथ बाबू के निधन पर चलभाष से संवाद स्थापित करते हुए पूर्व एमएलसी विजय कुमार वर्मा एवं पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला ने कहा कि दशरथ बाबू 1974 के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। मौके पर पूर्व कुलसचिव प्रो.सचिंद्र, प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार, पूर्व कुलसचिव डॉ.विश्वनाथ विवेका, डॉ.आलोक कुमार, साहित्यकार मणिभूषण वर्मा, छात्र नेता हर्षवर्धन सिंह राठौर, सियाराम यादव मयंक, उपसचिव श्यामल कुमार सुमित्र आदि ने भी श्रद्धांजलि दी।

 

 

सम्बंधित खबरें


कौशिकी में साहित्यकार दशरथ प्रसाद सिंह कुलिश को दी जाएगी श्रद्धांजलि- डॉ.केके मंडल

बड़े-बड़ों को पढ़ाने वाले लोकप्रिय शिक्षक व साहित्यकार दशरथ प्रसाद सिंह कुलिश ने लगभग 85 वर्ष की उम्र में अपने पैतृक गांव सुखासन में गुरुवार की रात में अंतिम सांस ली। उनके द्वारा पढ़ाये छात्रों में से कुछ शिक्षक, प्रोफेसर, दरोगा और विधायक भी बने। वे 82 वर्ष की उम्र तक शिक्षा दान करते रहे। दो वर्षों से वे अस्वस्थ चल रहे थे। शिक्षक के रूप में वे समाज के रक्षक और रखवाला माने जाते रहे। चंद माह पूर्व उनकी जीवन संगिनी का भी निधन हो गया। उन्हें मात्र एक पुत्री है जिन्होंने पुत्र की तरह पिता की सेवा की।

वे विभिन्न शिक्षण संस्थाओं से जुड़े थे। कौशिकी क्षेत्र हिंदी साहित्य सम्मेलन संस्थान से जुड़े होने के कारण कौशिकी के अंबिका सभागार में अध्यक्ष डॉ.के.के. मंडल की अध्यक्षता में शनिवार को 2:00 बजे अपराह्न में स्थानीय साहित्यकारों द्वारा श्रद्धांजलि दी जाएगी। उक्त जानकारी कौशिकी क्षेत्र हिंदी साहित्य सम्मेलन के सचिव डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने दी। आज दिनांक 21 अक्टूबर को उनकी अंत्येष्टि में मधेपुरा के साहित्यकारों मणि भूषण वर्मा, डॉ.भूपेंद्र मधेपुरी, डॉ.आलोक कुमार, हर्षवर्धन सिंह राठौर आदि की उपस्थिति दर्ज की गई।

सम्बंधित खबरें


डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम  की जयंती मनाई गई 

मधेपुरा के डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क में गांधीयन मिसाइल मैन भारतरत्न डॉ.कलाम की 92वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। जयंती समारोह का उद्घाटन साहित्यानुरागी अपर जिला समाहर्ता एवं दर्जनों पुस्तकों के लेखक रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह, समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार, संतोष झा, डॉ.मानव भारती, शालिनी कुमारी, किशोर कुमार, फनी बाबू आदि ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

इस अवसर पर प्रतिभा संपन्न एवं मधेपुरा को गौरवान्वित करने वाले डॉ.मानव भारती एवं शालिनी कुमारी को सम्मानित किया गया। जिन्होंने अपनी प्रतिभा की बदौलत मधेपुरा को गौरवान्वित किया है। जहां डॉ.मानव शिक्षा जगत में शिक्षारत्न से अलंकृत हुए वहीं शालिनी कुमारी ने ‘नीट’ में मधेपुरा का टॉपर बनकर जिले को गौरवान्वित किया है। इन दोनों विभूतियों को सम्मानित करने के बाद उद्घाटनकर्ता एडीएम रवींद्र नाथ ने डॉ.मधेपुरी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम- “जो करेंगे मधेपुरा को गौरवान्वित, डॉ. मधेपुरी करेंगे उन्हें सम्मानित सदैव जारी रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को व्यक्तित्व निर्माण करने के लिए भारतरत्न डॉ.कलाम को जानना होगा।

मुख्य अतिथि बीएनएमयू के स्नातकोत्तर जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार ने कहा कि डॉ.कलाम सदैव शिक्षक से अधिक विद्यार्थी ही बने रहे। एक अच्छा शिक्षक वही बन सकता है जो अच्छा विद्यार्थी होता है। उन्होंने डॉ.मधेपुरी के इस कार्यक्रम की ह्रदय से सराहना की। साथ ही डॉ.मधेपुरी को भारतरत्न कलाम का इनसाइक्लोपीडिया बताया। और यह भी कहा कि तभी तो लोग डॉ.मधेपुरी को मधेपुरा का कलाम कहते हैं।

अंत में डॉ.मधेपुरी ने विस्तार से बच्चों को डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के बचपन से लेकर अंतिम सांस लेने तक की कहानी सुनाकर उनके द्वारा दिए गए संदेश को साझा करते हुए कहा- “ये आँखें दुनिया को दोबारा नहीं देख पायेगी, इसलिए तुम्हारे अंदर जो बेहतरीन है उसे दुनिया को दे कर जाना, बच्चों को दे कर जाना।”

डॉ.कलाम के जन्मदिन पर चंद्रमणि भारती, सरोज कुमार सिंह आदि के सौजन्य से उपलब्ध काजू व अन्य वृक्षों का पौधरोपण उद्घाटनकर्ता, मुख्य अतिथि, डॉ.मधेपुरी  एवं उपस्थित अतिथियों ने किया। मौके पर फनी बाबू,चिरामणि यादव, प्राचार्य किशोर कुमार, श्यामल कुमार सुमित्र, प्रो.भूषण कुमार, डॉ.यशवंत कुमार, अमरेश कुमार अमर, राजनंदन कुमार, अजय प्रसाद, उदय झा, डॉ.शंकर रजक, अरविंद कुमार, लक्ष्मीकांत शर्मा आदि मौजूद थे।

अंत में एसबीआई बैंक अधिकारी संतोष झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

सम्बंधित खबरें


15 अक्टूबर को डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क बच्चों के लिए रहेगा फ्री

वर्ष 2018 के बिहार दिवस के दिन 22 मार्च को समाजसेवी-साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी के अनुरोध पर इस पार्क का नामकरण एवं उद्घाटन मधेपुरा के तत्कालीन डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भाप्रसे) द्वारा किया गया था। डॉ.मधेपुरी के निवेदन पर मधेपुरा नगर परिषद के सौजन्य से डॉ.कलाम के जन्मदिन 15 अक्टूबर एवं पुण्य तिथि 27 जुलाई के दिन प्रवेश निःशुल्क कर दिया गया था। डॉ.मधेपुरी उनकी जयंती व पुण्यतिथि पार्क में ही बच्चों के बीच मनाया करते हैं।

विगत दो वर्षों से कोविड-19 के चलते पार्क प्रायः बंद ही रहा। इस दरमियान डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क वन विभाग के अधीन चला गया। डॉ.मधेपुरी ने डीएफओ सहरसा  रमेन्द्र कुमार सिन्हा एवं चंद्रमणि भारती सहित सरोज कुमार सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि कलाम साहब के जन्मदिन 15 अक्टूबर को डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क बच्चों के लिए निःशुल्क कर दिया गया है।

इस अवसर पर साहित्यानुरागी एडीएम रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह व मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार, डॉ.मधेपुरी  आदि द्वारा काजू एवं अन्य पौध-रोपण किये जाएंगे। डॉ.मानव भारती व शालिनी कुमारी को भी सम्मानित किया जाएगा।

 

सम्बंधित खबरें


रक्षा मंत्री के रूप में मुलायम सिंह यादव का हिन्दी-प्रेम स्मरणीय- डॉ.मधेपुरी

समाजवादी राजनीति के बड़े हस्ताक्षर, वरिष्ठ राजनेता, उत्तर प्रदेश के आठ बार विधायक एवं तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके एवं सात बार सांसद व भारत सरकार के रक्षा मंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर सुनकर मधेपुरा के संवेदनशील समाजसेवी व भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के करीबी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी स्तब्ध हो गये और कहा कि उनका निधन भारतीय समाजवादी राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

आगे डॉ. मधेपुरी बताते हैं कि जब मुलायम सिंह भारत के रक्षा मंत्री हुआ करते थे तब भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार हुआ करते थे- डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम। डॉ.कलाम वैज्ञानिक रक्षा विशेषज्ञ के रूप में कई संचिकाओं के साथ रक्षा मंत्री से विमर्श हेतु आते रहते। हिन्दी-प्रेम के कारण रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने डॉ.कलाम से संचिका पर हिन्दी में हस्ताक्षर करने की सलाह दी और दूसरे ही दिन से भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम ने हिन्दी में हस्ताक्षर करना आरंभ कर दिया। यह देख कर रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने सर्वाधिक प्रसन्नता जाहिर की थी।

 

सम्बंधित खबरें


डॉ. मधेपुरी ने डॉ. अमरदीप के हाथों कराया अपनी जदयू सदस्यता का नवीनीकरण

जदयू के सदस्यता अभियान के तहत मधेपुरा के सुविख्यात समाजसेवी-साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी, जिन्हें समाजवाद के पुरोधा भूपेन्द्र नारायण मंडल से लेकर पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तक के सानिध्य में रहने और उनकी जीवनियां लिखने का गौरव हासिल है, ने आज जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप के हाथों अपनी सदस्यता का नवीनीकरण कराया।

इस मौके पर डॉ. मधेपुरी ने कहा कि जदयू समाजवादी संस्कार में ढली पार्टी है, जिसके सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार में न्याय के साथ विकास को संभव करके दिखाया है। ऐसी पार्टी से जुड़े रहना और सेवा के मार्ग पर चलना मेरे लिए आन्तरिक प्रसन्नता का विषय है। मुझे विशेष सुख की अनुभूति इसलिए भी हो रही है कि मैंने अपनी सदस्यता का नवीनीकरण डॉ. अमरदीप के हाथों कराया, जो दल की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

इस मौके पर डॉ. अमरदीप ने कहा कि डॉ. मधेपुरी, जिन्हें मधेपुरा का ‘कलाम’ कहा जाता है, की सदस्यता का नवीनीकरण मेरे हाथों होना मेरे लिए कभी न भूलने वाला पल है। उन्होंने कहा कि जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ ने पूरे बिहार में कम-से-कम एक लाख शिक्षाविदों एवं बुद्धिजीवियों को जदयू से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। ये हमलोगों का सौभाग्य है कि इस लक्ष्य को हासिल करने में डॉ. मधेपुरी का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन हमें प्राप्त होगा।

इस अवसर पर जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रो. मनोज भटनागर, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अशोक सिन्हा, प्रदेश महासचिव प्रो. अभिषेक कुशवाहा, प्रो. रूपा कुमारी एवं प्रो. एस. रहमान बाबुल मौजूद रहे।

सम्बंधित खबरें