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हिन्दी दिवस पर ‘एक राष्ट्र, एक भाषा’ की गृह मंत्री ने की वकालत

हिन्दी दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्र को शुभकामनाएं देते हुए “एक राष्ट्र: एक भाषा” की जमकर वकालत की। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न भाषाओं का देश है तथा प्रत्येक भाषा का अपना महत्व है, परंतु संपूर्ण राष्ट्र की भाषा एक होना अत्यंत आवश्यक है जिससे विश्व में भारत की पहचान बनेगी।

बता दें कि गृह मंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि आज देश को एकता की डोर में बांधने का काम यदि कोई एक भाषा कर सकती है तो वह हिन्दी ही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में जो देश अपनी भाषा खो देता है वह अपना अस्तित्व भी खो देता है।

Students attending Hindi Diwas as well as Annual Function Day at B.P.Mandal Engineering College, Madhepura.

वहीं बी.पी.मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय मधेपुरा के वार्षिकोत्सव पर हिन्दी दिवस के दिन संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित किया बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अवध किशोर राय, मुख्यअतिथि के रूप में समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, प्राचार्य ई.अरविन्द कुमार अमर, डॉ.एस.डी.सिंह, पीआरओ सुधांशु शेखर आदि ने। कुलपति डॉ.राय ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप जीवन में ऊँचा लक्ष्य निर्धारित करें और उसे सफल बनाने हेतु स्मार्टफोन एवं मोबाइल का दुरुपयोग कदापि नहीं करें। इंटरनेट के ज्ञान पक्ष से समुचित मित्रता बनाये रखें।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ.मधेपुरी ने हिन्दी दिवस पर अपने विस्तृत संबोधन में कहा कि देश की एकता और अखंडता के पांच तत्वों में एक है हिन्दी और शेष चार हैं- रेल, खेल, सिनेमा और गांधी। उन्होंने हिन्दी को राष्ट्र की भाषा बनाने की वकालत करते हुए कहा कि भारतीय शीर्ष नेतृत्व में तुर्की के मुस्तफा कमाल पाशा (अतातुर्क) का संकल्प जब गूंजने लगेगा तब हिन्दी राष्ट्र की भाषा बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने लगेगी। डॉ.मधेपुरी ने अभियंत्रण छात्र-छात्राओं से यही कहा-

हिन्दी भारत की भाषा है।

हिन्दी हम सब की आशा है।।

हिन्दी भारत की शान है।

हिन्दी हम सब की पहचान है।।

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