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कानून बनने के बावजूद मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नसीब नहीं- डॉ.मधेपुरी

1 मई यानि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर प्रायः हर मजदूर अपने करीबियों को फोन से या व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर यही कहता है- हैप्पी लेबर डे ! उस दिन छुट्टी होती है….. सारे कार्यालय बंद रहते हैं….. परंतु, मजदूरों की छुट्टी कहाँ होती…. उन्हें तो काम पर जाना ही पड़ता है….. वरना बच्चे क्या खायेंगे ?

बता दें कि सरकार ने तो न्यूनतम मजदूरी का कानून बना दिया है…… परन्तु, दिल्ली-एनसीआर से लेकर…. धार्मिक स्थल सिंहेश्वर स्थान मंदिर न्यास समिति द्वारा भी दैनिक सफाई मजदूरों को निर्धारित न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जाती है जिसके लिए समिति के सदस्य डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी द्वारा बिहार सरकार के लेबर कमिश्नर श्री गोपाल मीणा (आईएएस) के कार्यालय से न्यूनतम मजदूरी चार्ट भी लाकर दिया जा चुका है।

Dr.Bhupendra Madhepuri, popularly known as Bhishma Pitamah of Madhepura giving honour to daily wages Labour Pappu Kumar on International Labour Day at his residence Vrindavan, Madhepura.

यह भी बता दें कि इस मजदूर दिवस पर कुमारखंड प्रखंड के एक वसुधा केंद्र पर कई मजदूरों के पेंशन खाते खोलकर उन्हें पेंशन कार्ड भी दिया गया। उस केंद्र के संचालक रोहित कुमार रुपेश की अध्यक्षता में आयोजित उक्त कार्यक्रम में चितरंजन सिंह सरपंच ने इस योजना का शुभारंभ किया। साथ ही संचालक श्री रुपेश ने असंगठित क्षेत्र के ठेला चालक, रिक्शा चालक तथा घर-मकान बनाने वाले मजदूर आदि के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना के बारे में विस्तार से लोगों को बताया।

यह भी जानिए कि जहाँ स्थानीय पार्वती सायंस कॉलेज परिसर में छात्र राजद संगठन के सदस्यों सहित डॉ.अरविंद यादव, ईशा असलम, सानू यादव…. आदि ने मजदूरों को चादर देकर सम्मानित किया वहीं दूसरी ओर जिला मजदूर व राजमिस्त्री समन्वयक संघ के सदस्यों ने अध्यक्ष सीताराम पंडित की अध्यक्षता में मजदूर दिवस मनाते हुए मजदूरों को जुल्म व अत्याचार से बचने के लिए एकजुट रहने का मंत्र दिया।

चलते-चलते यह भी बता दें कि मधेपुरा के भीष्म-पिता कहे जाने वाले डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर इतना ही कहा कि मजदूर हमारे देश को प्रगति के मार्ग पर गतिशील रखने के लिए अहर्निश प्रयत्नशील रहता है। डॉ.मधेपुरी ने कहा कि जैसे मजदूर के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता वैसे ही सैनिकों के बिना देश सुरक्षित नहीं रह सकता। अंततः मजदूरों व सैनिकों की दशा एवं दिशा बदलने के लिए रहवरों को एकजुट होकर सोचना होगा। डॉ.मधेपुरी ने आज के दिन एक बिजली मिस्त्री पप्पू कुमार को अंगवस्त्रम एवं नगद राशि देकर इस अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का हृदय से सम्मान किया।

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