भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत संचालित भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद द्वारा बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर दर्शन शास्त्र विभाग का चयन किया गया है। विश्वविद्यालय को 20 हज़ार का अनुदान दिया गया है ताकि भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा आगामी 9 मई 2019 को शंकराचार्य जयंती के अवसर पर….. पहली बार मनायेगा भव्य भारतीय दार्शनिक दिवस। देश के 28 संस्थानों में बिहार से एक मात्र बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के पीजी दर्शन शास्त्र विभाग का चयन हुआ है।
बता दें कि जहाँ उक्त जानकारी दर्शनशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सह विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ.सुधांशु शेखर ने दी वहीं आप यह भी जान लें कि जब से वर्तमान कुलपति प्रो.(डॉ.) ए.के.राय एवं प्रतिकुलपति डॉ.फारूक अली यहाँ आये हैं तब से प्रायः हर चीज पहली बार होने लगा है- रजत जयंती 2 वर्ष बाद ही सही लेकिन पहली बार फरवरी 2019 से फरवरी 2020 तक मनाने का निर्णय लिया गया……. 85 कारसेवकों की स्थाई नियुक्ति पहली बार……. छात्र संगठन का शांतिपूर्ण चुनाव पहली बार…… खुले आसमान के नीचे दीक्षांत समारोह का आयोजन पहली बार…… राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का नॉर्थ कैंपस में आयोजन पहली बार….. और आगामी 9 मई को मनाया जाएगा भारतीय दार्शनिक दिवस पहली बार…. आदि-आदि। पहली बार होने के लिए केवल रह गया है- वर्गों में भारी संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओं को मशगुल होकर पढ़ाते हुए शिक्षकों का दर्शन होना, जिसके लिए वीसी और प्रोवीसी की पूरी टीम नये-नये उपायों की तलाश में लगे हैं…… आगे कदम बढ़ा चुके हैं।