मधेपुरा के शहीद चुल्हाय मार्ग स्थित बीपी मंडल नगर भवन में लिट्ल बर्ड्स स्कूल की निर्देशिका नंदिनी वर्णवाल की अध्यक्षता में नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा स्कूल का 8वाँ वार्षिकोत्सव आयोजित किया गया। यूँ तैयारी तो प्रशिक्षक आका द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों का था, परंतु पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों की सबसे बड़ी शहादत सभी भारतीय को अंदर से हिला दिया। एक दिन में ही संपूर्ण देश आंसू और आक्रोश में डूब गया।
बता दें कि कार्यक्रम आरंभ करने से पहले ही सभी नन्ने बच्चे, उनके माता-पिता व अभिभावकगण सहित एसडीएम वृन्दा लाल, एसडीपीओ वसी अहमद, मधेपुरा के अभिभावक डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, डॉ.आर.के.पप्पू , डीपीओ गिरीश कुमार, किशोर कुमार आदि सबों ने जहां शहीदों को 2 मिनट का मौन श्रद्धांजलि समर्पित किया वहीं कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत छोटी बच्ची ‘नायसा’ की टीम द्वारा तिरंगे को लहराते हुए- I love my India……. गीत से किया गया। आगे एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय गीतों की प्रस्तुति होती रही।
यह भी बता दें कि मंच संचालक मानव सिंह की ओजपूर्व वाणी जहाँ एक ओर जवानों की शहादत और परिजनों के दुख से सराबोर होकर निकल रही थी वहीं बच्चे-बच्चियों की एक टोली गीत लेकर आती है- देश रंगीला…. रंगीला …!! बीच-बीच में एसडीएम एवं एसडीपीओ सरीखे विशिष्ट अतिथियों के दो-दो शब्दों से बच्चे उत्साहित व प्रोत्साहित होते रहे।
डॉ.कलाम के करीबी रह चुके समाजसेवी साहित्यकार डॉ.मधेपुरी ने दीप प्रज्जवलित करने के बाद कलाम द्वारा आकाश में उड़ रहे पंछियों की विस्तृत चर्चा करते हुए यही कहा कि दुनिया का सबसे पहला वैज्ञानिक कोई बच्चा ही रहा होगा….! उन्होंने मौजूद अभिभावकों से विनम्रता पूर्वक यही कहा कि आप अपने बच्चों को कभी हतोत्साहित नहीं करें और न कभी निराश होने दें। उन्हें हमेशा यही कहते रहें कि तुम जो चाहोगे वही बनोगे।
लिट्ल बर्ड्स स्कूल का यह वार्षिकोत्सव समारोह पूरा का पूरा पुलवामा हमले में शहीद हुए सभी शहीदों एवं उनके परिजनों को ही समर्पित रहा।