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बिहार का सम्मान बनेगा वाल्मीकिनगर: नीतीश कुमार

रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय दौरे पर अपनी पसंदीदा जगह वाल्मीकिनगर पहुंचे और यहां के प्राकृतिक और दर्शनीय स्थलों का दीदार किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि यहां पर्यटन को लेकर ऐसी स्थिति बने कि पूरा बिहार वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व को अपने सम्मान के साथ जोड़े। बिहार का एक-एक निवासी यहां की सुंदरता के बारे में जाने और देश-दुनिया के पर्यटक यहां आकर इसकी प्राकृतिक छटा से रू-ब-रू हो सके।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वाल्मीकिनगर में इको टूरिज्म के तहत हुए कार्यों को देखकर खुशी जाहिर की। उन्होंने यहां हरी झंडी दिखाकर साइकिल सफारी का शुभारंभ भी किया। इस मौके पर वाल्मीकि विहार होटल परिसर में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि बिहार से जब झारखंड अलग हुआ था, तब बिहार में सिर्फ 9% हरित क्षेत्र बचा था। हमने हरियाली मिशन की शुरुआत की और 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा। आज पूरे बिहार में 22 करोड़ से अधिक पौधे लग चुके हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट आने वाली है, संभावना है कि अब हरित क्षेत्र 15% होगा। लेकिन इसे 17% करने का लक्ष्य रखा गया है।

वाल्मीकिनगर क्षेत्र में पर्यटकों के आने की अपार संभावनाओं को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वाल्मीकिनगर क्षेत्र बिहार में पर्यटन की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ है। केवल जरूरत है कि इसे प्रचारित किया जाये। उन्होंने वाल्मीकिनगर का महत्व बताते हुए कहा कि पुराने जमाने में इसका नाम भैंसा लोटन था। यहां वाल्मीकि आश्रम होने के कारण इसका नाम बदल दिया गया। अब सब लोग इसे वाल्मीकिनगर के नाम से जानते हैं। हरियाली से युक्त इस जगह की प्राकृतिक विशेषता है कि इसके एक ओर जहां पहाड़ है, वहीं दूसरी ओर यह जंगल से आच्छादित है और तीसरी ओर यह क्षेत्र नदी से भी गिरा है। इतना रमणीक स्थल पूरे देश में शायद ही कहीं हो।

वाल्मीकिनगर में मुख्यमंत्री की इस खास यात्रा के दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, जलसंसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, सांसद सतीश चंद्र दुबे, विधायक भागीरथी देवी, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, वन विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारि शरण, आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, आईजी सुनील कुमार, डीआईजी ललन मोहन प्रसाद सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।

चलते-चलते बता दें कि इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आग्रह को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने वाल्मीकिनगर में कैबिनेट की बैठक आयोजित करने की घोषणा भी की। साथ ही कहा कि यहां बोधगया और राजगीर की तरह कन्वेंशन सेंटर का भी निर्माण कराया जायेगा। वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना से वाल्मीकिनगर तक सप्ताह में एक दिन टूरिस्ट बस चलाने और यहां नौकायन के लिए 12 सीटर दो बोट उपलब्ध कराने की घोषणा की।

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