बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की लिखी पुस्तक ‘लालू-लीला’ के लोकार्पण के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। भाजपा के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी में हुए लोकार्पण कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि लालू प्रसाद को जितना मैं जानता हूं उतना राबड़ी भी नहीं जानती। बकौल मोदी साइकिल से जिंदगी की शुरुआत करने वाले लालू प्रसाद के परिवार के पास 141 भूखंड, 30 फ्लैट और आधे दर्जन आलीशान मकान हैं। उन्होंने लालू परिवार को बिहार का सबसे बड़ा जमींदार परिवार बताया। उधर मुख्य विपक्षी दल आरजेडी ने किताब को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। आरजेडी ने कहा है कि इस किताब का नाम ‘सुशील की साजिश’ होना चाहिए। हालांकि पुस्तक पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की टिप्पणी अभी नहीं आई है, लेकिन उनकी पार्टी के अन्य नेता लालू के बचाव में उतर आए हैं।
सुशील मोदी का कहते हैं कि लालू यादव से मेरा 48 साल का संबंध है। इसीलिए कभी-कभार मैं कह देता हूं कि राबड़ी देवी से भी ज्यादा मैं लालू यादव को जानता हूं। जब कभी मुलाकात होती है तो लालू मुझसे कहते हैं, तुम मेरा पीछा नहीं छोड़ोगे। उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान में लालू यादव की तरह ताकतवर कोई दूसरा नेता नहीं हुआ। मैंने लालू के उत्कर्ष को भी देखा है और उनके पराभव को भी देखा। चारा घोटाले में जेल जाने के बाद भी यह व्यक्ति नहीं सुधरा। संपत्ति की भूख बढ़ती ही गई। मोदी ने कहा साइकिल से सफर शुरू कर लालू आज 40 लाख की मर्सिडीज बेंज कार के मालिक हैं। बेटा तेज प्रताप 20 लाख की हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल एवं 30 लाख की बीएमडब्ल्यू कार का मालिक है।
मोदी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर लालू ने अकूत संपत्ति हासिल की है। इसके लिए उन्होंने तरह-तरह के तरीके अपनाए। दान, वसीयत, लीज व पावर ऑफ एटार्नी जैसे नए-नए तरीके ईजाद कर संपत्ति हथियाने में उन्होंने राबर्ट वाड्रा को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने नारा दिया था – तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। लालू प्रसाद ने नारा दिया – टिकट चाहिए, जमीन लिख दो, एमपी बनना है जमीन लिख दो। मंत्री बनना है, जमीन लिख दो। कोई काम कराना हो, जमीन लिख दो।
मोदी के इन आरोपों पर आरजेडी नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सांसद जय प्रकाश यादव ने लालू प्रसाद को गरीबों का मसीहा बताया और कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों का हमेशा मुंहतोड़ जवाब दिया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने किताब को झूठ से भरा बताया और कहा कि इसका बिहार की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि पुस्तक का नाम विषयवस्तु के आधार पर किया जाता है। सच यह है कि इस पुस्तक में सुशील मोदी ने लालू परिवार के खिलाफ (मोदी एंड कंपनी) द्वारा की गई साजिशों को संकलित किया है। इस लिहाज से किताब का नाम ‘सुशील की साजिश’ होना चाहिए था। विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद एवं भाई अरुण कुमार ने कहा कि लालू की सारी संपत्ति पब्लिक डोमेन में है। लालू पर आरोप लगाकर सुशील मोदी राजनीति में प्रासंगिक बने रहना चाहते हैं।