मंगलवार को भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक बोघगया में शुरू हुई। प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में जहां एक ओर 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तक भय, भूख और बेरोजगारी से मुक्त एक नए भारत के निर्माण का संकल्प पार्टी ने लिया, वहीं दूसरी ओर एनडीए के सहयोगियों के साथ अगला लोकसभा चुनाव पहले से भी अधिक अंतर के साथ जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया। इस महत्वपूर्ण बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, राज्य सरकार में मंत्री नन्दकिशोर यादव, मंगल पांडेय, वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन समेत लगभग सभी मंत्री, सांसद, विधायक, विधानपार्षद व प्रवेश पदाधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
बैठक का उद्घाटन करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सहयोगियों के साथ मिलकर हमने प्रदेश की 31 सीटें जीती थी। इस बार एनडीए बिहार की 40 की 40 सीटें जीतेगा। कांग्रेस और राजद पर सामाजिक एकता को विखंडित करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश पर पचास साल तक राज किया और उसका शायद ही ऐसा कोई प्रधानमंत्री हुआ हो, जिसके राज में कोई न कोई घोटाला नहीं हुआ हो, जबकि भाजपा ने देश में अटल बिहार वाजपेयी के कार्यकाल को लेकर दस साल शासन किया और उसके शासन में एक भी घोटाला नहीं हुआ।
पार्टी ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार की चार साल की शानदार उपलब्धियों और बिहार में एनडीए सरकार ने एक साल में गरीबों के हित में कई बड़े फैसले किए हैं। सबका साथ सबका विकास तथा न्याय के साथ विकास के आदर्श पर ये सरकारें काम कर रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, उजाला योजना, स्टार्टअप योजना, मिशन इंद्रधनुष, मुद्रा योजना और आयुष्मान योजना गरीबों के उत्थान का सशक्त माध्यम बन रहे हैं। जनहित में लिए गए इन तमाम निर्णयों और उसकी उपलब्धियों को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने राज्य की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को एक बार पुन: मौका देने का राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया।
कार्यसमिति की बैठक बुधवार को भी जारी रहेगी। बैठक में मिशन 2019 को लेकर गंभीर चर्चा होगी और रणनीति को अमली जामा पहनाने के लिए योजना बनाई जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश के राजनीतिक हालात को लेकर कार्यकर्ताओं से ‘फीडबैक’ लिया जाएगा और पार्टी के बड़े नेताओं के लिए ‘टास्क’ भी निर्धारित किए जाएंगे।