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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगमय हुआ मधेपुरा !

जिला मुख्यालय मधेपुरा के समाहरणालय परिसर से दूर हरे-भरे दरख़्तों से घिरे प्रदूषण रहित कीर्ति नारायण क्रीडा मैदान में आज 21 जून को प्रातः 6:00 से 9:00 बजे तक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साह पूर्वक मनाया गया | सवेरे 5:00 बजे से ही योग प्रेमी बच्चे-बूढ़े, माता व बहनें क्रीडा मैदान में पहुंचने लगे जिसे खेल गुरु संत कुमार की देख-रेख में विभिन्न रंगों के झंडों तथा योग से संबंधित बैनरों से सजाया गया था |

Udghatankarta Dr.Bhupendra Madhepuri giving inaugural speech on the occasion of Vishwa Yoga Diwas at Madhepura Kirti Krida Maidan.

बता दें कि जिला पतंजलि समिति द्वारा आयोजित विश्व योग दिवस समारोह का उद्घाटन समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने किया | इस अवसर पर जहाँ डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी सहित पूर्व मुखिया जनार्दन प्रसाद यादव, डॉ.नंदकिशोर, राजेश कुमार, डॉ.देवप्रकाश, प्रो.रीता कुमारी, किरण कुमारी, डॉ.एन.के.निराला, दीपक कुमार, परमेश्वरी प्रसाद, पशुपति चौरसिया आदि ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया वहीं डॉ.मधेपुरी ने नारियल फोड़कर स्वयं प्रशिक्षक असंग स्वरुप के योगासन-प्राणायाम क्लास में शामिल गये तथा घंटों उस मनभावन वातावरण में पतंजलि द्वारा आपूर्ति की गई सफेद टी-शर्ट व दुपट्टों को पहन-ओढ़कर सभी “करो योग रहो निरोग” को चरितार्थ करते रहे | नेहरू युवा केंद्र के साथ-साथ पतंजलि जिला संरक्षक सुरेश प्रसाद यादव भी इस कार्यक्रम में सहयोगी बने |

Dr.Madhepuri giving certificates to the three best performers of Social Activities from the team of Khelguru Sant Kumar at the end of function.

जानिए कि डॉ.मधेपुरी ने अपने उद्घाटन भाषण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इतिहास को विस्तार से बताते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जब 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में दुनिया के सभी देशों को योग करने एवं योग दिवस मनाने हेतु प्रस्ताव दिया गया तो उस प्रस्ताव को 11 दिसंबर 2014 के दिन राष्ट्र संघ के 193 राष्ट्रों में से 177 सदस्यों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की सहमति प्रदान कर दी गयी | उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष का सबसे बड़ा दिन होने के कारण 21 जून को ही पहली बार 2015 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस संपूर्ण विश्व में इसलिए मनाया गया कि योग करने से लोग इसी दिन की तरह बहुत लंबी अवधि तक जीवित रहेंगे, क्योंकि मन-मस्तिष्क और शरीर की मजबूत एकता का प्रतीक है- योग | अंत में अध्यक्षीय भाषण में डॉ.नंदकिशोर एवं धन्यवाद |

यह भी बता दें कि आज के दिन जिले के सर्वाधिक प्रखंडों के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण के योग को विभिन्न रूपों में उल्लास पूर्वक मनाया गया | विश्व योग दिवस पर योग महुआ मधेपुरा |

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