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जी हाँ, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने अपने पोते का नाम ‘श्रीनरेन्द्र’ रखा है

इंडोनेशिया, मलयेशिया और सिंगापुर की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार शाम को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचे, जहां स्वाभाविक तौर पर उनका भव्य स्वागत किया गया। बड़े ही आत्मीय माहौल में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो और प्रधानमंत्री मोदी के बीच परस्पर हित की कई बातें हुईं और कई यादगार पल बीते। पर इस दौरान दो बातें ऐसी हुईं जो प्रधानमंत्री मोदी के लिए शायद कल्पनातीत थीं। चलिए जानते हैं, क्या हैं वे दो बातें।

शुरू करते हैं उस बात से जिसे सुनकर प्रधानमंत्री मोदी का चकित होना स्वाभाविक था। हुआ यों कि स्वागत के उपरान्त अनौपचारिक बातचीत के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो ने प्रघानमंत्री मोदी को बताया कि उनके पोते का नाम प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही श्रीनरेन्द्र रखा गया है। उन्होंने कहा कि उके बड़े बेटे गिबरान राकाबुमिंग के बेटे यानि उनके पोते का का जन्म जनवरी 2016 में हुआ था, जिसका नाम उन्होंने श्रीनरेन्द्र रखा है। निश्चित तौर पर यह बात ना केवल प्रधानमंत्री मोदी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए हर्ष और सम्मान की बात है।

यह तो हुई पहली बात। दूसरी बात भी कम चौंकाने वाली नहीं थी। दरअसल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए इंडोनेशिया की मशहूर सिंगर फ्रायडा लुसिआना का कार्यक्रम भी रखा गया था। लुसिआना को उनके सिंगिंग के साथ-साथ उनके चैरिटी वर्क के लिए भी जाना जाता है। लुसिआना ने इस दौरान 1954 में आई हिन्दी फिल्म ‘जागृति’ का गाना ‘साबरमति के संत’ गाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित यह गाना वहां के कलाकार से कुछ अलग अंदाज में पर उसी सम्मान और समर्पण के साथ सुनना सचमुच एक अलग अनुभूति से भरने वाला था।

बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति से समुद्र, व्यापार और निवेश सहित विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग के संबंध में चर्चा की। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य तीनों दक्षिण पूर्व एशियाई देशों – इंडोनेशिया, मलयेशिया और सिंगापुर – के साथ भारत के संबंध को बढ़ाना है। कहने की जरूरत नहीं कि यह उनकी एक्ट ईस्ट नीति का हिस्सा है।

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