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जब लालू सुशील मोदी के बेटे की शादी में पहुंचे

मौसम शादियों का है, लेकिन रविवार को सबका ध्यान लगा था बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बेटे उत्कर्ष की शादी पर। इस विवाह में शामिल लगभग 1500 मेहमानों का ही नहीं, टीवी पर इस समारोह की झलकियां देख रहे लोगों का ध्यान भी इस बात पर था कि तेजप्रताप द्वारा सुशील मोदी को घर में घुसकर मारने की धमकी के बाद इस समारोह में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव शामिल होंगे कि नहीं और अगर शामिल होंगे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी बातचीत होगी कि नहीं।

बहरहाल, उस समय सब चौंक गए जब तमाम कयासों के विपरीत लालू प्रसाद यादव इस विवाह में शामिल होने पहुंचे। सबका चौंकना लाजिमी भी था। ना केवल तेजप्रताप प्रकरण के कारण बल्कि इस कारण भी कि वो सुशील मोदी ही थे जिन्होंने हाल के दिनों में एक के बाद एक कई आरोप लालू और उनके परिवार पर लगाए हैं। बावजूद इसके लालू इस विवाह समारोह में पहुंचे। उनकी अगवानी शहनवाज हुसैन ने की और उन्हीं की बगल में वे बैठे भी। सुशील मोदी ने भी हंसकर उनका स्वागत किया। लालू वर-वधू से भी मिले। दोनों ने उनके पैर छुए। लालू ने उन्हें आशीर्वाद दिया। पर उसी पंक्ति में बैठे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई। दोनों दिग्गज एक-दूसरे से दूर-दूर ही दिखे। महागठबंधन टूटने के बाद यह पहला मौका था जब दोनों नेता एक साथ किसी आयोजन में गए हों।

चलते-चलते बता दें कि इस शादी की चर्चा और भी कारणों से रही। बिना दहेज के हुई इस शादी में ना तो बैंड-बाजे की आवाज थी, ना ही बारातियों के स्वागत का कोई तामझाम। और तो और इस शादी में मेहमानों को नाश्ते और खाने की जगह भगवान का भोग लगाया हुआ प्रसाद दिया गया। इस खास शादी में राज्य और देश के कई दिग्गज नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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