ख्याति प्राप्त कवि एवं समीक्षक डॉ. वरुण कुमार तिवारी के सम्मान में बी.एन.एम.यू. के पी.जी. हिन्दी विभागाद्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी की अद्यक्षता में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ | डॉ.चौधरी ने आरम्भ में डॉ. तिवारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला | उन्होंने कहा कि डॉ. तिवारी कार्यित्त्री एवं भावयित्री प्रतिभा के धनी हैं |
डॉ. सिद्धेश्वर काश्यप ने कहा कि डॉ. वरुण आधुनिक एवं उत्तर-आधुनिक जीवन-बोध को यथार्थ के धरातल पर वाणी देने वाले रचनाकार हैं जिनकी चर्चित कृतियाँ हैं – अपने होने का अहसास, तीसरी दुनिया के लिए, कुछ दूर रेत पर चलकर इत्यादि |
इस अवसर पर डॉ. वरुण के एकल काव्य पाठ के बाद विभागाद्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया | काव्य गोष्ठी में उपस्थित थे- डॉ. नरेश कुमार, डॉ. फजल, डॉ. अलोक, आनंद कुमार, सुनील, सुमन, अंतरा, कल्पना, सुभाष, शंकर, राधा, पुष्पलता, संजीव, कृष्णा आदि | धन्यवाद ज्ञापन पी. यदुवंशी ने किया |