कर्नाटक मीडिया ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बताकर राजनीति के गलियारों में सनसनी पैदा कर दी है। अप्रत्याशित रूप से आई इस ख़बर ने तमाम दलों को संशय में डाल दिया है। हालांकि जेडीयू ने इसका खंडन किया है। पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि दूर-दूर तक ऐसी कोई बात नहीं है। नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नहीं हैं। नीतीश राष्ट्रपति पद के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किए जाने की वकालत कर रहे हैं और इसके लिए विभिन्न दलों से लगातार संवादरत हैं। इस बाबत उनकी सक्रियता का कोई और अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए। वे कहीं से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नहीं हैं।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने कोच्चि जाने के क्रम में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। बताया जाता है कि इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए विरोधी सभी दलों द्वारा एकजुट होकर एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करने पर चर्चा की थी। इसी चर्चा को कर्नाटक मीडिया ने अलग रूप दे दिया और वहां छपी ख़बर जंगल में आग की तरह फैल गई।
इस संदर्भ में केसी त्यागी ने आगे कहा, जेडीयू का मानना है कि विपक्ष को मिलकर राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए। विपक्ष की सबसे वरिष्ठ नेता होने के कारण सोनिया गांधी को आगे आकर राजनीतिक दलों से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने इस संबंध में एनसीपी और वामदलों से भी बात की है।