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छात्रों एवं शिक्षकों के अच्छे दिन आने वाले हैं……!!

Gopal Meena and Dynamic DM Md. Sohail

मधेपुरा को ऊंचाई देने के लिए शराबबंदी और पूर्ण नशाबंदी के समर्थन के तर्ज पर मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं में कदाचार और नकल पर ब्रेक लगाने हेतु साहसिक कदम उठाने वाले मधेपुरा के पूर्व जिला पदाधिकारी श्री गोपाल मीणा (भा.प्र.से.) एवं वर्तमान डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल (भा.प्र.से.) को मधेपुरा सदा याद करेगा |

यह भी बता दें कि मधेपुरा की यह खासियत है कि यहां के लोग अच्छे काम को और समय-समय पर अच्छे पदाधिकारियों को हमेशा याद करते हैं | साथ ही यह भी जानिए कि जहां एक ओर पूर्व डीएम श्री गोपाल मीणा ने मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों द्वारा किये जा रहे कदाचार पर ब्रेक लगाया था तो वहीं दूसरी ओर अपने गुरुओं को बुला-बुलाकर यहां की अगणित प्रतिभाओं को पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए तरह-तरह के टिप्सों के साथ 20-20 हजार रु. तक की प्रतियोगी पुस्तकें बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में मुहैया भी कराई थी |

और यह भी कि जहां वर्तमान डी.एम. मो.सोहैल की पूरी टीम द्वारा उन्हीं परीक्षार्थियों पर कदाचार के मामले में सिर हिलाने पर भी पाबंदी लगा दी गयी तो दूसरी ओर उनकी पढ़ने की सुविधाएं मुहैया कराने हेतु डी.एम. मो.सोहैल ने जीर्ण-शीर्ण व मृतप्राय जिला पुस्तकालय को बुक-सेल्फों, ढेर सारी कुर्सियां, लंबे-लंबे टेबुलों तथा बिजली पंखों से सुसज्जित करने के साथ-साथ पांच प्रकार के अखबार व 10 प्रकार की पत्रिकाओं के अतिरिक्त संपूर्ण पुस्तकालय कक्ष को एयर कंडीशन करने के निर्देश एनडीसी मुकेश कुमार की टीम को दी और यह भी कहा कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक हर सूरत में सारे कार्यों को पूरा कर लिया जाय |

लगे हाथ छात्रहित में जिला पुस्तकालय को सदा जीवित रखने हेतु डी.एम.  मो.सोहैल ने पांच सदस्यीय संचालन समिति भी गठित कर दी जिसके अध्यक्ष बनाये गये- समाजसेवी-शिक्षाविद् डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी |

बता दें कि डीएम मो.सोहैल ने मौजूद पुस्तकों के अलावे मैट्रिक व इंटर के कोर्स की पुस्तकों के क्रय की बातें कहीं और साथ ही पुस्तकों के सिल-सिलेवार रख-रखाव एवं अत्याधुनिक तरीके से कंप्यूटरीकृत एकाउन्ट रखने हेतु संचालन समिति के सचिव के रूप में कंप्यूटर में दक्षताप्राप्त संदीप शांडिल्य के साथ-साथ सदस्य के रूप में प्रो.श्यामल किशोर यादव, पत्रकारिता जगत से प्रो.प्रदीप कुमार झा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवशंकर राय का मनोनयन किया |

और आगे प्रशासनिक कार्य-व्यस्ताऔं के बावजूद मैट्रिक-इंटर उत्तीर्ण छात्रों को रोजगारों से जोड़ने के लिए समिति के सदस्यों के साथ डी.एम. मो.सोहैल ने दूसरे ही दिन रासबिहारी उच्च विद्यालय में 50 कंप्यूटर वाले मृतप्राय “कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र” पर पहुंचकर उसे जीवित करने हेतु ITI, बी.पी.मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज, एवं अन्य कई संस्थानों के प्रधानों से लगातार मोबाइल से संपर्क किया | इस अवसर पर लगभग 10 वर्षों से कोमा में पड़े इस “कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र” को जीवित करने के उपायों के लिए जिस प्रकार की व्यग्रता डी.एम मो.सोहैल के अंदर महसूस की गई- उसे समिति के सदस्यों के साथ-साथ स्कूल की प्राचार्या श्रीमती रंजना झा की टीम कभी नहीं भुला पायेगी |

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