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क्या आप जानते हैं कि पॉलिटिकल साइंस में खाना बनाने की पढ़ाई होती है..?

Ruby Roy & Saurabh Shrestha

क्या आप जानते हैं कि पॉलिटिकल साइंस में खाना बनाने की पढ़ाई होती है..? अगर आप नहीं जानते तो  जानना जरूरी है आपके लिए क्योंकि ये जाने बिना आप बिहार में इंटर की परीक्षा में टॉप नहीं कर सकते। जी हाँ, चौंकिए नहीं। मैं पूरे होशो-हवास में ये लिख रहा हूँ और लिखने का कारण भी है। अरे जनाब, अगर बिहार के इंटर आर्ट्स की टॉपर कह रही हैं कि पॉलिटिकल साइंस में खाना बनाने की पढ़ाई होती है तो जरूर होती होगी। इस एक जवाब को गलत कहकर हम अपने ‘इंजीनियर’ मुख्यमंत्री, ‘नौंवी पास’ उपमुख्यमंत्री और नाम के पहले ‘डॉ.’ लगाने वाले शिक्षा मंत्री समेत अपनी पूरी शिक्षा-व्यवस्था को कठघरे में क्यों खड़ा कर दें भला..?

मैं कतई मजाक के मूड में नहीं। बहुत तकलीफ हो रही है आज तमाम सोशल साइट्स पर बिहार की किरकिरी होते देख। आज पूरी दुनिया हमारी शिक्षा-व्यवस्था का मजाक उड़ा रही है। बिहार में प्रतिभा के धनी छात्रों की कमी हो ऐसा हरगिज नहीं। लेकिन आज बिहार के इंटर बोर्ड की परीक्षा में आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स के टॉपर्स पर जिस तरह के सवाल उठ रहे हैं वो शर्मसार करने वाला है।

बिहार के शिक्षामंत्री डॉ. अशोक चौधरी के निष्पक्ष और कदाचारमुक्त परीक्षा के दावों की पोल उस वक्त खुल गई जब एक स्टिंग ऑपरेशन का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इस विडियो के अनुसार इंटर आर्ट्स की टॉपर (रूबी राय) को यह पता है कि पॉलिटिकल साइंस में खाना बनाने की पढ़ाई होती है और साइंस टॉपर (सौरभ श्रेष्ठ) इस बात से अनभिज्ञ हैं कि इलेक्ट्रॉन और प्रोटोन में क्या अन्तर होता है..?

मजे की बात तो यह कि तीनों संकाय के टॉपर एक ही कॉलेज के हैं। यह कॉलेज है वैशाली जिले के पास भगवानपुर का विशुनराय कॉलेज। बता दें कि इस कॉलेज का विवादों से पुराना नाता रहा है। पिछले साल भी यह कॉलेज रिजल्ट में गड़बड़ियों के कारण चर्चा में रहा था और शिक्षा मंत्री ने इस कॉलेज का रिजल्ट रोक दिया था। अब जब कि इस साल इस कॉलेज ने अनियमितता की सारी सीमा पार कर दी है, यह स्पष्ट हो जाता है कि शिक्षा विभाग ने इस पर ठोस कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई थी। आज नतीजा सामने है।

बहरहाल, बिहार के शिक्षा मंत्री ने यह विडियो देखने के बाद कहा कि विडियो देखकर उन्हें भी धक्का लगा है। यह भी बता दें कि बिहार बोर्ड ने आर्ट्स और साइंस के पहले पाँच टॉपर्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया है। यही नहीं, इनकी लिखित परीक्षा भी होगी और जरूरत पड़ने पर कॉपियों का मिलान भी किया जाएगा। बोर्ड के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने कहा कि इंटरव्यू में फेल होने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई होगी और उनका रिजल्ट रद्द भी किया जा सकता है।

यहाँ बोर्ड के अध्यक्ष, उनके शिक्षा मंत्री, सरकार के उपमुख्यमंत्री और सर्वेसर्वा मुख्यमंत्री से एक सीधा सवाल है कि क्या केवल उन छात्रों पर कार्रवाई से ही ये समस्या हल हो जाएगी, जबकि हम जानते हैं कि ये छात्र उस पेड़ की छोटी-छोटी टहनियां भर हैं जिसकी विशाल जड़ में ‘घुन’ बहुत पहले लग चुका था और हमने कुछ करने की जहमत नहीं उठाई..?

चलते-चलते…

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि कोई कदाचार या भ्रष्टाचार केवल सरकार या प्रशासन के चाहने से दूर नहीं हो सकता। ऐसा तभी सम्भव है जब हमारे प्रथम तीन शिक्षक माता-पिता और गुरु ह्रदय से ऐसा चाहें।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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