स्थानीय शिवनंदन प्रसाद मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में 18 अप्रैल को बिहार के प्रथम विधिमंत्री, प्रखर स्वतंत्रता सेनानी व प्रज्ञापुरुष बाबू शिवनंदन प्रसाद मंडल की भव्य जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जयंती समारोह के उद्घाटनकर्ता डायनेमिक डी.एम. मो. सोहैल ने कहा कि मधेपुरा में शिक्षा का अलख जगाने वाले इतिहासपुरुष शिवनंदन प्रसाद मंडल के बताए गए मार्ग पर युवाओं को चलने की जरूरत है।
समारोह के मुख्य वक्ता समाजसेवी व साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी ने विस्तार से आधुनिक बिहार के निर्माता के रूप में शिवनंदन बाबू के जीवन-वृतान्त के विभिन्न पहलुओं से श्रोताओं को रू-ब-रू कराया। डॉ. मधेपुरी ने कहा कि कृष्ण के ज्ञान एवं अर्जुन के कर्मों से अपनी जीवन-गीता को संवारने वाले प्रज्ञापुरुष शिवनंदन बाबू के जीवन-दर्शन की ऊँचाई को मापा नहीं जा सकता। वे लोगों के बीच यही कहा करते – “No soul should remain uneducated on the Earth”.
जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप में एम.एल.टी. कॉलेज, सहरसा के प्रधानाचार्य डॉ. के.पी. यादव एवं प्रो. श्यामल किशोर यादव, संस्थापक प्राचार्य वाणिज्य महाविद्यालय, साहुगढ़, मधेपुरा ने शिवनंदन बाबू के जनसेवा के प्रति समर्पण एवं शिक्षण संस्थाओं के प्रति त्याग की विस्तृत चर्चा की।
अध्यक्षीय भाषण में उद्गार व्यक्त करते हुए शिवनंदन प्रसाद मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डॉ. निरंजन कुमार ने कहा कि शिवनंदन बाबू इसी स्कूल के छात्र थे, इसी स्कूल में उन्होंने शिक्षण-कार्य भी किया और आजादी के आंदोलन में सक्रिय होने पर निष्काषित भी हुए। उन्होंने कहा कि वे सौभाग्यवान हैं कि आज वे उसी स्कूल के प्राचार्य हैं। उन्होंने जिला पदाधिकारी मो. सोहैल, जिला शिक्षा पदाधिकारी बद्री नारायण मंडल, डॉ. मधेपुरी एवं विशिष्ट अतिथिद्वय के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कोसी के विभिन्न जिलों से वीक्षण कार्य के लिए आए शिक्षकों व सुकवि राजन बालन, स्काउट गाइड आयुक्त जयकृष्ण यादव, डॉ. सुरेश भूषण, डॉ. अरुण कुमार आदि को साधुवाद दिया।
समारोह का श्रीगणेश स्कूली छात्राओं द्वारा अतिथियों को बुके देकर सम्मानित करते हुए किया गया। जिला पदाधिकारी सहित सभी अतिथिगण द्वारा शिवनंदन बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। समारोह का संचालन शिक्षक मो. शकील अहमद ने किया।