कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन संस्थान के अम्बिका सभागार में आयोजित परिचर्चा की अध्यक्षता हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ ने की | उन्होंने विस्तार से कोसीतट के निवासियों के हर्ष-विषाद के श्वेत-श्याम चित्र के साथ-साथ आत्मा से निकले विदग्ध स्वरों को बखूबी परोसा और दर्शकों की तालियाँ बटोरी |
सम्मेलन के सचिव डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने लोकगीत पर डी.लिट. प्राप्त मुख्यवक्ता डॉ.विनय कुमार चौधरी के शोधकार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कोसी अंचल में ब्रजेश्वर मल्लिक, नन्द किशोर लाल नन्दन एवं हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ आदि कोसी गीत के नायक माने जाते हैं |
मुख्यवक्ता डॉ.विनय कुमार चौधरी ने विस्तार से कोसी गीत में करुण रस की चर्चा करते हुए कहा कि भाषा और छंद के बन्धनों से मुक्त है कोसी गीत | उन्होंने कहा कि कोसी गीतों में कोसीवासियों की जीवन वेदना की सरल,सहज एवं सौम्य अभिव्यक्ति है और यह भी कि कोसी गीत कोसी अंचल की अनमोल धरोहरें है |
पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.के.के. मंडल, डॉ.अमोल राय, रघुनाथ प्र.यादव, प्राण मोहन यादव एवं वार्ड पार्षद ध्यानी यादव ने कहा कि कोसी के झाँझर, झूमर, पूजा गीत एवं सोहान गीत सहित अन्य गीतों से कोसी तट का ग्राम्य परिवेश सदा गूंजता रहा है और भविष्य में भी गूंजता रहेगा |
द्वितीय सत्र में सुकवि परमेश्वरी प्रसाद मंडल ‘दिवाकर’ की स्मृति में आयोजित काव्य गोष्ठी का संचालन डॉ.अलोक कुमार एवं उल्लास मुखर्जी ने किया जिसमें संयोजक द्वय सहित संतोष सिन्हा, मणिभूषण वर्मा, द्विजराज, राजूभैया, रतन स्वरुप, राकेश कुमार, आशीष कुमार, चन्दन कुमार, सिया राम यादव मयंक, डॉ.अरविन्द श्रीवास्तव, आस्था प्रिया, विकास कुमार, सचिव डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी एवं अध्यक्ष हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ आदि ने काव्य पाठ किया|
अंत में मुख्यवक्ता डॉ.विनय कुमार चौधरी को कौशिकी की ओर से अंगवस्त्रम से अध्यक्ष हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ द्वारा सम्मानित किया गया |
साथ ही आयोजित पुलिस सप्ताह के समापन समारोह में तुलसी पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा विकास कुमार के निर्देशन में प्रदर्शित किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रथम आने के उपलक्ष्य में निदेशक श्यामल कुमार सुमित्र को मोमेंटो देकर कौशिकी के सचिव डॉ.मधेपुरी द्वारा सम्मानित किया गया |
धन्यवाद् ज्ञापन कौशिकी के संस्थापक पं. युगल शास्त्री प्रेम की पुत्रवधू तारा शरण ने किया |