सूबे बिहार में 102 डायल करने पर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होती है। नीतीश सरकार ने इसी 102 सेवा के तहत 501 एडवांस व बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर जनता को सौंपी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जिसने प्रत्येक प्रखंड में एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। सूबे बिहार में 534 प्रखंड हैं। शेष 33 प्रखंडों में भी उक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस शीध्र ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री की सोच है कि ऐसा करने से मरीजों को कम समय में उच्चतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में सुधार होगा और राज्य की जनता को भी लाभ होगा। नई एंबुलेंस शामिल करने का निर्णय कर बिहार ने देश में नया कीर्तिमान बनाया है।
समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने सूबे बिहार के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री सहित देश के प्रधानमंत्री को भी इस कृत्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बिहार और देश की जनता को एंबुलेंस का फुल फॉर्म बताया है- Australia Medical Bureau Under Law And National Corresponding Emergencies. इसे हिन्दी में चिकित्सीय वमवाहिनी, मैदानी अस्पताल या रोगी वाहन आदि नामों से भी जाना जाता है। डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा- काश भारत भी उन देशों की सूची में होता जहां से सेवन लेन की सड़कें होती हैं जिसमें एक लेन केवल एंबुलेंस के लिए रहता है।