महात्मा ज्योतिबा फुले की 196वीं जयंती की पूर्व संध्या पर 10 अप्रैल को जन लेखक संघ द्वारा “सामाजिक परिवर्तन में महात्मा फुले का योगदान” विषयक परिसंवाद का उद्घाटन करते हुए बीएन मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलानुशासक व कुलसचिव प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज सुधार के लिए समर्पित जीवन धारकों में अग्रणी नाम है- महात्मा ज्योतिबा फुले का। डॉ. मधेपुरी ने कहा कि महात्मा फुले का सामाजिक परिवर्तन को लेकर उनका सुधार आंदोलन व योगदान अतुलनीय है।
डॉ.मधेपुरी मार्ग स्थित जन लेखक संघ के केंद्रीय कार्यालय में बीएनएमयू के जंतु विज्ञान स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार ने कहा कि महात्मा फुले समाज सुधारक के साथ-साथ वंचितों के बीच शिक्षा का अलख जगाने वाले आधुनिक भारत का पहला व्यक्ति था।
मुख्य अतिथि के रुप में बीएनएमयू के पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर सचिंद्र ने कहा कि महात्मा फुले समाज में समता और बंधुत्व कायम करने वाला तथा अंधविश्वास मिटाने वाला पहला व्यक्ति था। राष्ट्रीय महासचिव डॉ.महेंद्र नारायण पंकज ने कहा कि ज्योतिबा विपरीत परिस्थितियों में भी समाज में सामाजिक न्याय को स्थापित कर सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन चला रहे थे। वे आज भी प्रासंगिक हैं
मौके पर डॉ.विनय कुमार, डॉ अभय कुमार, डॉ.ओम प्रकाश ओम, शंभू शरण भारतीय, आद्यानंद यादव, शंभू क्रांति आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
दूसरे सत्र में कोसी क्षेत्रीय “कवि सम्मेलन” संपन्न हुआ। जिसमें त्रिवेणीगंज के आलोक राई, विनीता राई, मधेपुरा के डॉ.भूपेन्द्र भूप, राकेश कुमार द्विजराज आदि ने कविता पाठ कर श्रोताओं को प्रेरित किया। अंत में बीएनएमभी कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर गजेंद्र कुमार ने अपना अध्यक्षीय भाषण दिया एवं संघ के जिला सचिव डॉ.गजेद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।