भूपेन्द्र नारायण मंडल के प्रेक्षागृह में 19 फरवरी को सीनेट के 22वां वार्षिक अधिवेशन में कुलपति प्रो.(डॉ.)आरकेपी रमण की अध्यक्षता में 853 करोड का वार्षिक बजट सर्वसम्मति से पास हुआ जिसमें विश्वविद्यालय के आंतरिक स्रोत से 157 करोड़ आय एवं सरकार से 696 करोड़ रुपए की मांग की गई। कुलपति डॉ.रमण ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय नियम परिनियम के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2022-23 में विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन हेतु लक्ष्य तय किया है जिसके लिए कई सेमिनारों का आयोजन किया जाता रहा है। चौथे दीक्षांत समारोह की भी तैयारी की जा रही है।
सीनेट की बैठक में विचार रखने वालों में प्रति कुलपति प्रो.(डॉ.)आभा सिंह, कुलसचिव मिहिर कुमार ठाकुर, कुलानुशासक, डॉ.विश्वनाथ विवेका सहित विश्वविद्यालय के बड़े-छोटे अधिकारी व पदाधिकारी आदि थे।
धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने वालों में विधान पार्षद डॉ.संजीव कुमार सिंह, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधायक गुंजेश्वर साह, विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर, डॉ.नरेश कुमार, शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व सीनेटर डॉ.अमरदीप आदि थे।
चलते-चलते यह भी कि कुलपति डॉ.रमण ने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना व विकास में अहम योगदान देने वाले संस्थापक कुलपति सह पूर्व सांसद प्रो.(डॉ.)रमेंद्र कुमार यादव रवि की प्रतिमा लगाने के लिए भूखंड चिन्हित करने का निर्णय लिया गया है। धन्यवाद प्रस्ताव के क्रम में संस्थापक कुलपति डॉ.रवि के सुपुत्र अमरदीप द्वारा अपनी यात्रा भत्ता की राशि को निर्धन छात्र कोष अथवा पुस्तकालय कोष में देने की घोषणा किए जाने पर हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी।