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अब सभी वर्गों की लड़कियों को आगे बढ़ने हेतु दी जाएगी सहायता राशि नीतीश

बोले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिलाएं शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर अपने आप घटने लगेगा। उन्होंने कहा कि 2005 में कुल प्रजनन दर 4.3 प्रतिशत थी जो 2013 में 4% के करीब हो गई और आज की तारीख में घटकर 3% पर पहुंच गई है।

बता दें कि शिक्षा पर दूसरे राज्यों से अधिक राशि खर्च कर रहा है बिहार। बिहार देश का पहला राज्य है जहां प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए “आनंद शाला” नाम से योजना लांच किया गया है।

स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर गांधी मैदान में ध्वजारोहण के बाद बोले नीतीश- “अब सभी वर्गों की लड़कियों को सहायता राशि दी जाएगी जो पूर्व में केवल एससी-एसटी तथा अति पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों को दी जाती थी।”

चलते-चलते यह भी बता दें कि पूर्व में सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत एससी-एसटी तथा अति पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों को बीपीएससी व यूपीएससी की पीटी पास करने पर मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए क्रमशः 50 हजार एवं 1 लाख रुपया मिलता रहा है अब अन्य सभी वर्गों की युवतियों के लिए भी यही प्रोत्साहन योजना शुरू होगी तो।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस योजना के लागू किए जाने एवं बिहार में खेल विश्वविद्यालय खोले जाने पर समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने सूबे के मुख्यमंत्री को साधुवाद देते हुए कहा कि बिहार की बेटियों को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या खेल का। डाॅ.मधेपुरी ने मुख्यमंत्री की इस सोच को सलाम किया है।

 

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