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मन हार गया तुम हार गये ….. !!

A sad boy with great hope

समय ! समय की महिमा ! उसकी मार्यादाएं ! बस यही कि प्रत्येक क्षण बेशकीमती होता है | क्षण का महत्व समझने के लिए हमें हर क्षण यह बात याद रखनी होती है कि वह कोई ‘क्षण’ ही था जिसने जीवन दिया है | जन्म के क्षण से ही सबों ने जिंदगी का अनुराग पाया है |

तब से लेकर आज तक क्षण-क्षण की बूंदों से बनीं हुई धारा में सभी निरंतर बहते आये हैं….और आगे… भविष्य की ओर बहते चले जा रहे हैं | यदि हमें जिन्दगी को सँवारना और सुधारना है तो अभी – इन पंक्तियों को पढ़ने के क्षणों – से ही हम चेतें | बड़े-बड़े सपने देखने शुरू करें | वे सपने नहीं जो नींद में आते हैं बल्कि सपने वे जो नींद को उड़ा देते हैं |

आप अंतर्मन से जीवन के आनन्द गीत गाते चलें | मन के अन्दर संकल्प के रंग-बिरंगे फुल खिलाते चलें | मन को ऊंचाई के साथ फैलने दें | सुबह से शाम तक मन को कभी गुमनाम नहीं होने दें | जगे रहें, लगे रहें और नेक कर्मों से जुड़े रहें |

बहुत सोये अब और न सोयें | भ्रम में बहुत समय गवाएं, अब तो भ्रम का परित्याग करें | उन्हें प्राप्त करें जिन्हें श्रेष्ठ जनों ने प्राप्त किया है | ज़िन्दगी के बर्बादी का दर्द, आज नहीं तो कल, हम सभी को सालता है | हमेशा याद रहे –

मन हार गया तुम हार गये, मन जीते तब तुम जीते हो !

पहले मन को तैयार करो, यूँ बैठ अश्रु क्यूँ पीते हो !!

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