कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के चलते 13 मार्च 2020 से ही बंद राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थान 4 जनवरी 2021 से खुलेंगे। आरंभ में स्कूलों में 8 से 12वीं तक की कक्षाएं और कॉलेजों में अंतिम वर्ष की कक्षाएं शुरू होंगी।
बता दें कि रोटेशन में चलेंगी कक्षाएं यानि आधे बच्चे एक दिन और शेष आधे दूसरे दिन बुलाए जाएंगे। एक दिन इवन क्रमांक तो दूसरे दिन आॅड क्रमांक वाले छात्र स्कूल आएंगे। ऐसा करने से सोशल-डिस्टेंसिंग मेंटेन किया जा सकेगा। सरकार द्वारा शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में प्रत्येक छात्र व शिक्षक को दो-दो मास्क मुफ्त दिए जाएंगे।प्रत्येक छात्र व शिक्षक को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
जानिए कि सूबे के सारे कोचिंग संस्थानों को वहां के डीएम से लेनी होगी अनुमति। ऐसा इसलिए कि प्रायः कोचिंग संस्थानों के साथ हॉस्टल जुड़े होते हैं अतः कोविड-19 के नियमों के आलोक में संस्थान शुरू करने से पहले कोरोना से बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देकर कार्य योजना को मंजूर कराना होगा। जिलाधिकारी की अनुमति के बाद ही कोचिंग संस्थान और उनके हॉस्टल शुरू होंगे। स्वीकृत कार्य योजना एवं दिए गए गाइडलाइन का पालन करना सभी कोचिंग संस्थानों के लिए अनिवार्य होगा।
चलते-चलते यह भी कि किसी भी रुप में नियमों का उल्लंघन हुआ तो संस्था-प्रधान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बकौल मुख्य सचिव सरकारी तंत्र सतर्क रहेगी और प्रत्येक सप्ताह स्कूल, कॉलेज व कोचिंग के संचालन की समीक्षा की जाएगी। समीक्षोपरांत यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 18 जनवरी से स्कूलों में 1 से 8 तक की कक्षाएं तथा कालेज की सभी कक्षाएं खोल दी जाएगी। याद रखें कि राज्य सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में विशेष शर्तों के साथ शिक्षण संस्थानों को खोलने का फैसला लिया गया है।