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शाकाहारी भोजन कोरोना के लिए ज्यादा सुरक्षित

मानव शरीर के लिए ऐसा कोई पौष्टिक तत्व नहीं जो शाकाहारी भोजन यानि वनस्पतियों से प्राप्त नहीं किया जा सकता। शाकाहारी भोजन हमें कठिन से कठिन रोगों से भी बचाता है। दुनिया के महानतम लोग शाकाहारी रहे हैं।

बता दें कि शाकाहारियों में हृदय को रक्त भेजने वाली धमनियों से संबंधित बीमारियों की संभावना कम होती है। मांसाहारियों की अपेक्षा शाकाहारियों में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना भी कम होती है। स्वास्थ्य रक्षा एवं रोग अवरोधक शक्ति का संचय ही शाकाहार का लाभ है। शाकाहारियों द्वारा रेसा युक्त फल और सब्जियों का अधिक सेवन करने से इम्यूनिटी भी बढ़ता है और साथ ही फेफड़ों व बड़ी आँत कैंसर भी कम होता है। शाकाहारियों में एस्ट्रोजन की मात्रा कम पाए जाने के कारण विश्व भर के लिए गए आंकड़े यही बताते हैं कि शाकाहारी भोजन करने वालों में कैंसर (खासकर स्तन कैंसर) एवं गुर्दे से संबंधित रोगों की संभावना कम होती है।

जानिए कि भोजन दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है जो शरीर को ऊर्जावान व फुर्तीला बनाए रखता है। जहां मांसाहार को पचाने में बहुत समय लगता है वहीं शाकाहारी भोजन सुपाच्य होता है। शाकाहारी भोजन शरीर के ऐम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। जो कोरोना से अंत तक लड़ता है। भारत में 31% जनसंख्या शाकाहारी है जो दुनिया में सबसे अधिक है। रिसर्च के अनुसार शाकाहार से 50 लाख  लोगों की मौत को टाला जा सकता है। तभी तो लोग मांसाहार से किनारा करने लगे हैं। विश्व भर में शाकाहार का डंका बजने लगा है और अब संसार ‘शाकाहार दिवस’ भी मनाने लगा है।

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के करीबी रहे डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी कहते हैं कि डॉ.कलाम ताजिंदगी संपूर्ण शाकाहारी बने रहे… जीवन पर्यन्त डॉ.कलाम ने चाय-कॉफी के साथ-साथ मांस-मछली भी नहीं ग्रहण किया। विश्व की चंद हस्तियों को जाने जिन्होंने शाकाहार को स्वीकारा और वे हैं- महात्मा गांधी, हिटलर, निकोला टेस्ला, सीवी रमन, रविंद्र नाथ टैगोर, डॉ.कलाम, नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन… आदि !!

 

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