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डोर टू डोर कैंपेन में एईएस और जेई की भी जानकारी लें: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमण को लेकर चलाए जा रहे डोर टू डोर कैंपेन में चमकी बुखार (एईएस) और जेई के संबंध में भी जानकारी लें। आशा एवं आंगनबाड़ी कर्मी घर-घर जाकर लोगों को यह जरूर बताएं कि एईएस का लक्षण दिखने पर बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाएं। मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंड एईएस से अधिक प्रभावित रहे हैं वहां स्कूलों में मिलने वाले मध्याह्न भोजन में 200 ग्राम दूध पाउडर भी उपलब्ध कराएं। अस्पतालों में चिकित्सक चौबीस घंटे उपलब्ध रहें। वाहनों की गांव के हिसाब से टैगिंग की जाए तथा अस्पताल पहुंचने पर उनके तत्काल भुगतान की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अधिकारियों को जेई का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित कराने का आदेश भी दिया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मंगलवार, 28 अप्रैल को 1, अणे मार्ग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित जिलों के डीएम के साथ एईएस और जेई की रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि एसओपी बनाकर पूरी तैयारी की गई है। 30 अप्रैल तक एसकेएमसीएच में 65 बेड का एईएस वार्ड बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अतिरिक्त अलग से बन रहे पैडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट के 100 बेड में से 70 बेड इस माह के अंत तक पूरे हो जाएंगे।
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एवं मुख्य सचिव दीपक कुमार समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।

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