मधेपुरा के जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश प्रसाद मंडल विगत फरवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए। श्री मंडल के सेवानिवृत्त होने पर जिले के शिक्षकों, विद्यालय प्रधानों, प्रखंड के बीईओं, विभिन्न विद्यालयों के संगीत शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विदाई समारोह के संपूर्ण कार्यक्रम में कलाकारों ने मधुर संगीत से वातावरण को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत शिक्षिका शशि प्रभा की सुरीली आवाज पर समस्त शिक्षकों की तालियों की गूंज से रासबिहारी उच्च विद्यालय का मैदान गुंजायमान होता रहा।
इस विदाई की बेला में एसएसए के डीपीओ गिरीश कुमार, एमडीएम के डीपीओ केएन सादा एवं लेखा योजना के डीपीओ नारद प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि डीईओ उग्रेश मंडल साहब का सभी के प्रति मित्रवत व्यवहार, विभाग के लिए उनके काम व योगदान के लिए हम लोग उन्हें सदा याद करेंगे। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा से जुड़े अधिकारी व पदाधिकारी लाल बहादुर यादव, डॉ.अरूण कुमार यादव, कृष्ण कुमार यादव, पूर्व प्राचार्या डॉ.शांति यादव, पूर्व डीईओ शिव शंकर झा, पूर्व डीईओ दीप नारायण यादव, बीईओ डॉ.यदुवंश यादव, परमेश्वरी प्रसाद यादव, विजेंद्र प्रसाद यादव, जय कृष्ण यादव व अन्य गणमान्य ने विचार व्यक्त करते हुए उनके तीन वर्षों के कार्यकाल की सराहना की और यह भी कहा कि संभव है कि फूल के पौधों को सींचने में कुछ पत्तियां टूट गई हों तो उसे अनदेखी करना उचित ही होगा।
भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को संदर्भित करते हुए उनके करीबी शिक्षाविद् डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि आज हमारे सपनों को पंख लगा दिया उग्रेश मंडल साहब का यह विदाई समारोह। डॉ.मधेपुरी ने जब हरियाणा के सोनीपत के गन्ना इंस्पेक्टर महावीर सिंह आंतिल के 35 वर्षों की ईमानदार सेवा के बाद 500 किसानों द्वारा कार, मोटरसाइकिल, नगद और हुक्का देकर विदाई की बात सुनी तो अखबार में प्रकाशित समाचार पढ़कर सोचने और सपना देखने लगे डॉ.मधेपुरी- “काश ! मधेपुरा में भी किसी सरकारी पदाधिकारी की ईमानदारी से की गई सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर हरियाणवी तरीके से विदाई समारोह का आयोजन होता…… तो कितना अच्छा होता !”
आज का यह नजारा देखकर डाॅ.मधेपुरी के सपनों को तो पंख लग ही गया साथ ही डॉ. मधेपुरी ने इसे अविश्वसनीय विदाई समारोह बताया। डीईओ उग्रेश प्रसाद मंडल ने अपनी धर्मपत्नी व अन्य संबंधियों की उपस्थिति में दिए गए सम्मान से अभिभूत होकर यही कहा-
” मधेपुरा ने मुझे जो सम्मान दिया है उसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा….. सेवानिवृत्ति के बाद नए सिरे से अपने जीवन की शुरुआत करूंगा और शिक्षकवृंद से यही कहूंगा कि वे समाज में ज्ञान की रोशनी फैलाएं…… वंचितों के बच्चों पर विशेष ध्यान दें….. तथा पदाधिकारीगण सभी को साथ लेकर चलें।”
अंत में शशि प्रभा ने विदाई गीत की प्रस्तुति दी। जिला कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार ने मंच संचालन किया। मौके पर प्रदीप पप्पू, समीर कुमार, संत कुमार, ध्यानी यादव, संजय सिंह, कंचन कुमारी, कुंदन सिंह, सज्जन कुमार, राजकिशोर यादव व अन्य मौजूद थे।