बेशक कोई भी कलाकारी संवेदना से सृजित होती है, लेकिन कलाकारी का भाव मन की गहराइयों से पैदा होते हैं। संसार में कोई समय गुजारने के लिए यह शौक पालता है तो कोई शोहरत पाने के लिए। इनसे जुदा कुछ चितेरे ऐसे भी होते हैं जो कुछ कर गुजरने के लिए कलाकारी के सेवक बन जाते हैं।
बता दें कि ऐसी ही कमाल की कलाकारी का प्रदर्शन जहां दिल्ली में अन्ना हजारे का शिष्य अरविंद केजरीवाल ने पुनः किया है, वहीं यूपी के बरौली-खरका निवासी 25 वर्षीय अवनीश अद्भुत कलाकारी की बानगी है। एक तरफ आईआईटियन अरविंद ने बिना किसी ट्रेनिंग के ही अभूतपूर्व व कमाल की राजनीतिक कलाकारी दिखाई वहीं दूसरी तरफ बिना किसी प्रशिक्षण के ही यूपी के अवनीश ने स्टेपल पिनों से स्वामी विवेकानंद का चित्र हू-ब-हू बना कर दिखाया है कमाल की कलाकारी।
जानिए कि महज 5 दिनों में जहां 17 हज़ार 5 स्टेपल पिन का प्रयोग करते हुए स्वामी विवेकानंद के चित्र बनाकर अवनीश ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान बना लिया है वहीं दिल्ली में अरविंद ने अपने 5 वर्ष के शासनकाल में अभूतपूर्व प्रयोग के जरिए राजनीति के धुरंधरों को पटकनी देते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारी का रास्ता प्रशस्त करने हेतु कदम बढ़ा दिया है।
चलते-चलते यह भी बता दें कि अवनीश ने भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र तैयार करने में 30 हजार 6 सौ 1 स्टेपल पिन व्यवहार में लाकर डॉ.कलाम का हू-ब-हू चित्र तैयार किया है। अवनीश भी अब अरविंद की तरह ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारी में लग गए हैं और सपनों को पंख लगाने के लिए सनलाइट आर्ट की मदद से लकड़ी पर मदर टेरेसा का चित्र उकेरने में दिन रात लगे रहते हैं।