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नीतीश राज में भी बच्चे अब… निजी स्कूल से नाम कटवा सरकारी में ले रहे दाखिला

पटना के निजी विद्यालयों से लगभग पांच हजार बच्चे नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में ले चुके हैं दाखिला। कुछ सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की विशेष सुविधाओं के साथ-साथ अन्य श्रेष्ठ गतिविधियों के कारण बच्चे एवं उनके अभिभावक दिन-प्रतिदिन आकर्षित हो रहे हैं। राज्य के कई सरकारी स्कूल तो अब हर मायने में निजी स्कूलों को टक्कर देने लगे हैं।

बता दें कि पिछले सत्र में राज्य भर में 20 हजार 565 बच्चों ने निजी स्कूलों से नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया, जिसमें वर्ग एक से आठवीं तक के बच्चे शामिल हैं। यह भी जान लीजिए कि इसमें सिर्फ पटना जिले के 5 हजार से अधिक बच्चे शामिल हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की रपट के अनुसार ऐसे सरकारी स्कूलों ने अपने शैक्षणिक वातावरण को निजी स्कूलों की तरह विकसित किया है जिसमें ग्रामीण इलाकों के स्कूल ज्यादातर हैं।

यह भी जानिए कि नालंदा जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोखरपुर की व्यवस्था ऐसी सुधरी कि निजी स्कूलों से नाम कटवा कर बच्चे उसमें आने लगे और नामांकन कराने लगे। भला क्यों नहीं, इस स्कूल से प्रत्येक साल सिमुलतला, नवोदय विद्यालय व सैनिक स्कूलों के लिए आयोजित परीक्षाओं में बच्चे सफल होने लगे हैं। अब तक इन परीक्षाओं में सफल 64 बच्चों के नाम बोर्ड पर लिखे जा चुके हैं। यहां ड्रेस कोड के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जा रहा है।

चलते-चलते बता दें कि गोपालगंज के उत्क्रमित विद्यालय में 715 बच्चे तथा पुनपुन के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 800 बच्चे नामांकित हैं जबकि इन दोनों स्कूलों में गत वर्षों में क्रमशः 210-300 बच्चे नामांकित थे। विद्यालय प्रधान द्वारा भिन्न-भिन्न तरह की प्रतियोगिताएं व अन्य शैक्षणिक गतिविधियां शुरू किए जाने के कारण निजी स्कूलों के बच्चे सरकारी स्कूलों में नामांकन करा रहे हैं।

 

 

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