बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में भारतीय संविधान सभा द्वारा तैयार किया गया भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। हमें इस बात का गौरव है कि इस धरती का एक सपूत चतरा के कमलेश्वरी प्रसाद यादव भी संविधान सभा के सदस्य रहे हैं।
समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने महान स्वतंत्रता सेनानी भूपेन्द्र नारायण मंडल के नाम वाले भूपेन्द्र चौक पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद उपस्थित लोगों से कहा कि भारत का संविधान ही भारत के सभी जातियों, धर्मों एवं वर्गों के लोगों को एक-दूसरे से जोड़े रखता है तथा उसकी सुरक्षा में खड़ा रहता है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी यानि भारतीय गणतंत्र दिवस भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय त्यौहार है जिसके माध्यम से भारत की विविधता में एकता की झलक दिखती रही है।
इस अवसर पर डॉ.मधेपुरी ने स्कूली बच्चों, उनके शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा बुद्धिजीवियों एवं संविधान निर्माताओं की चर्चाएं की तथा शहीदों को नमन किया। फिर सेंट जॉन्स पब्लिक स्कूल के निदेशक उद्दालक घोष के अनुरोध पर स्कूली बच्चों के बीच भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के साथ बिताए क्षणों की चर्चा करते हुए डॉ.मधेपुरी ने बच्चों को अपनी “आजादी” कविता सुनाई।
चलते-चलते बता दें कि जहाँ जिला की ओर से डीएम नवदीप शुक्ला ने गणतंत्र दिवस पर बीएन मंडल स्टेडियम में झंडोत्तोलन किया वहीं बीएन मंडल विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति डॉ.फारुख अली ने तिरंगे को सलामी दी। डॉ.मधेपुरी टीपी कॉलेज एवं विश्वविद्यालय सहित किरण पब्लिक स्कूल, यूके इंटरनेशनल, ज्ञानदीप निकेतन एवं तुलसी पब्लिक स्कूल सहित नेहरू युवा केंद्र आदि कई संस्थानों में अपनी उपस्थिति दी और बच्चों को संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जानकारी।