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जनरल बिपिन रावत ने संभाला देश के पहले सीडीएस का पद

नए साल के पहले दिन जनरल बिपिन रावत के रूप में देश को पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) मिला। 31 दिसंबर को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए जनरल रावत ने 1 जनवरी को सीडीएस के रूप में पदभार संभाला। उन्हें तीनों सेनाओं की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के वॉर मेमोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि करीब दो दशक से इस पद को लेकर मंथन चल रहा था, अब जाकर सरकार ने इसका गठन किया।
पदभार संभालने के बाद जनरल रावत ने कहा कि सीडीएस का काम तीनों सेनाओं को एक साथ करना होगा। हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे। अब आगे की कार्रवाई टीम वर्क के जरिए होगी, सीडीएस सिर्फ सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि 1+1+1 के जोड़ को वे 3 नहीं, 5 या 7 बनाने की कोशिश करेंगे। जो भी संसाधन हैं, उस पर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे।
गौरतलब है कि 31 दिसंबर को ही केन्द्र सरकार की ओर से सैन्य विभाग का ऐलान किया गया था, जिसकी अगुआई सीडीएस करेंगे। इस विभाग के अंतर्गत तीनों सेना का काम होगा। सीडीएस का मुख्य कार्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल स्थापित करना होगा। सरकार की ओर से 24 दिसंबर को सीडीएस के पद, उसके विशेषाधिकार और कर्तव्यों का ऐलान किया गया था। सीडीएस चार सितारा से सुसज्जित होंगे और उनका कार्यकाल तीन साल का होगा।
चलते-चलते बता दें कि जनरल बिपिन रावत 16 दिसंबर 1978 को 11 गोरखा रायफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त हुए थे। 1 जनवरी 2017 को उन्होंने थल सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला था। सीडीएस के रूप में उनका कार्यकाल 31 मार्च 2023 तक होगा।

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